धर्मेन्द्र सिंह [Edited By शशिकान्त साहू]
छत्तीसगढ़ के सुकमा मे सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच चल रही मुठभेड़ करीब 42 घंटे बाद खत्म हो गई है । सुरक्षा बल के जवानों ने ऑपरेशन प्रहार-4 के तहत नक्सलियों के गढ़ में हमला किया था । इस दौरान रूक-रूक कर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ चल रही थी । पुलिस का दावा है कि ऑपरेशन प्रहार-4 के तहत नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया गया है । इसके साथ ही भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं । नक्सली खुद को कमजोर पड़ता देख हो गए ।
नक्सलियों की बटालियन और हिड़मा के होने की सूचना पर सुकमा और बीजापुर की संयुक्त फोर्स ऑपरेशन प्रहार 4 निकली थी
जानकारी के मुताबिक नक्सलियों की बटालियन और हिड़मा के होने की सूचना पर सुकमा और बीजापुर की संयुक्त फोर्स ऑपरेशन प्रहार 4 निकली थी। खून के धब्बे देख पुलिस ने दावा किया है कि 15 से 16 नक्सली घायल हुए। सुकमा एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि आगे भी इस तरह बटालियन को नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हिट किया जाएगा ।
बता दें कि बीते बुधवार की देर रात ऑपरेशन प्रहार- 4 सुकमा और बीजापुर के सीमावर्ती इलाके में शुरू किया गया । इस ऑपरेशन के तहत एसटीएफ, डीआरजी व कोबरा के करीब 1500 जवानों को शामिल किया गया । इस दौरान नक्सलियों के साथ चार बार मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन जवान घायल हो गए। इनमें से एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसका इलाज रायपुर में के एक निजी अस्पताल मे चल रहा है । मुठभेड़ के दौरान नक्सली हथियार व आईईडी बरामद की गई, जिसे मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया। शाम में भी रूक-रूक कर फायरिंग हो रही थी सुकमा के बटेलंका और एरपल्ली इलाकों में जवान ऑपरेशन पर थे । सुकमा व बीजापुर का सीमावर्ती इलाका बटेलंका और एरपल्ली में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी ।