नई दिल्ली / आप अबतक सुनते आए हैं कि संसद की कैन्टीन में माननीय बेहद सस्ती कीमत पर व्यंजनों का लुत्फ लेते हैं | लेकिन अब यह बदलने जा रहा है | संसद की कैन्टीन की रेट अब तीन गुना महंगी हो गई है | 29 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है | इसके पहले संसद भवन स्थित कैन्टीन 27 जनवरी से शुरू हो जाएगी | संसद की कैंटीन में सब्सिडी खत्म करने के बाद अब यहां खाना 3 गुना महंगा हो गया है | हालांकि अभी भी यहां की थाली का रेट आम लोगों की थाली से काफी सस्ता है |
लोक सभा सचिवालय ने कैंटीन का मेन्यू जारी करते हुए बताया कि संसद कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी पूरी तरह खत्म कर दी गई है | इस बार कैंटीन में बहुत से बदलाव देखने को मिलेंगे | संसद की कैंटीन में सब्सिडी खत्म होने के बाद पहली बार ITDC इसे संचालित करेगा | इससे 8 करोड़ रुपये की बचत होगी | लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने घोषणा की थी कि बजट सत्र से कैंटीन में सब्सिडी को खत्म किया जा रहा है | इससे संसद की कैंटीन में खाना महंगा हो जाएगा | कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी | कैंटीन में सब्सिडी खत्म करने के लिए लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने सुझाव दिया था |
उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे के बजाय अब आईटीडीसी संसद की कैंटीनों का संचालन करेगी | संसद की कैंटीन में मिलने वाली सब्सिडी कई बार विवादों का हिस्सा भी रही है | कैंटीन की रेट लिस्ट भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी | सब्सिडी के तहत देश के सांसदों के संसद की कैंटीन में खाना काफी कम दाम पर मिलता था | बता दें कि सब्सिडी खत्म करने की मांग को काफी दिनों से उठाया जा रहा था | तर्क दिया जा रहा था कि टैक्सपेयर के पैसों पर सांसद सस्ता खाना खाते हैं |
नई रेट लिस्ट पर अगर गौर करें तो संसद की कैंटीन में अब सबसे सस्ती रोटी रह गई है, जिसकी कीमत तीन रुपए है। वहीं, नॉनवेज बफे लंच के लिए आपको 700 रुपए खर्च करने होंगे। इसके अलावा अब चिकन बिरयानी 100 रुपए, चिकन कड़ी 75 रुपए, प्लेन डोसा 30 रुपए, मटन बिरयानी 150 रुपए में मिलेगी। अब वेजिटेबल पकौड़े के लिए आपको 50 रुपए खर्च करने पड़ेंगे।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कैंटीन से सब्सिडी खत्म करने की जानकारी देते हुए कहा था कि सांसदों और अन्य लोगों को मिलने वाली सब्सिडी पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। आपको बता दें कि लोकसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में सभी दलों के सदस्यों ने एक राय बनाते हुए इसे खत्म करने पर सहमति जताई थी। अब कैंटीन में मिलने वाला खाना तय दाम पर ही मिलेगा।
हर साल संसद की कैंटीन को सालाना करीब 17 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा रही थी। 2017-18 में एक आरटीआई में संसद की रेट लिस्ट सामने आई थी जिसके मुताबिक, संसद की कैंटीन में चिकन करी 50 रुपए में और वेज थाली 35 रुपए में परोसी जाती है। वहीं थ्री कोर्स लंच की कीमत करीब 106 रुपए थी। इतना ही नहीं साउथ इंडियन फूड में प्लेन डोसा सांसदों को मात्र 12 रुपए में मिलता था। 29 जनवरी से शुरू होने वाले संसद सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक होगी और लोकसभा की कार्यवाही शाम चार से रात आठ बजे तक होगी।उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान पूर्व निर्धारित एक घंटे के प्रश्नकाल की अनुमति रहेगी।