2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का एग्रीमेंट कर किसानो से लाखो की ठगी |

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बेमेतरा में किसानों से काला चावल धान खरीदने के नाम पर लाखों की ठगी  | किसानों ने सिटी कोतवाली में ज्ञापन सौंपकर कंपनी के संचालक, वैज्ञानिक एवं एजेंटो के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है । गौरतलब है कि महासमुंद की माजिसा एग्रो फूड कंपनी ने किसानों को 100 रुपए किलो में ब्लैक राइस धान का बीज बेचकर, उनसे 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का एग्रीमेंट किया था । लेकिन फसल होने के बाद कंपनी ने किसानों से धान नहीं खरीदा । नतीजतन किसानों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है । इसके लेकर किसानो ने पुलिस सहित कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे को भी ज्ञापन सौप चुके हैं । जिसके बावजुद संबंधित कंपनी पर कार्रवाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है । 

पीड़ित किसान रामदयाल पटेल, दीपक पटेल ने बताया कि संबंधित कंपनी के एजेंट ओंकार साहू और कोमल साहू ने क्षेत्र के किसानों को कंपनी के संचालक अभिषेक बाफना एवं बायो जैविक विक्रेता डॉ. आरके सेन से मुलाकात कराकर उत्पादन को निर्धारित 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदने का एग्रीमेंट कराया । उन्होंने बताया कि धान की फसल तैयार होने के बाद परिवहन के लिए गाड़ी भेजने का आश्वासन दिया गया था । जहां प्रति क्विंटल 2600 रुपए की दर से राशि को संबंधित किसानों को बैंक खाते में जमा करने कहा गया था, लेकिन यहां भी किसानों से धोखाधड़ी की गई । जबकि आवेदक किसानों ने 90 एकड़ के बीज के लिए 100 रुपए प्रति किलो की दर से राशि डॉ. आरके सेन के एकाउंट में जमा कराई थी । किसानो के मुताबिक खरीदी केन्द्रो में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान किसान कंपनी कार्यालय के चक्कर काटते रहे । जहां अधिकारियों ने आश्वासन देकर धान नहीं खरीदा । लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी बंद होने के बाद कंपनी के अधिकारी धान खरीदने के संबंध में कोई बात नहीं कर रहे हैं । वही समिति में धान बेचने पर एग्रीमेंट के उल्लंघन की बात कहकर कानूनी कार्रवाई की बात कही । इसलिए किसानों ने धान नहीं बेचा ।

 पीड़ित किसानो के मुताबिक कंपनी के अधिकारियों ने काला चावल के धान के बीज व जैविक खाद के उपयोग से 18-20 प्रति एकड़ उत्पादन का आश्वासन दिया । लेकिन जिन किसानों ने काले चावल की खेती की, उन्होने प्रति एकड़ 5-10 क्विंटल चांवल का उत्पादन किया । यहां भी किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा । इस संबंध में एजेंट व अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं । किसान दीपक पटेल ने बताया कि 24 एकड़ के लिए कंपनी से 4 क्विंटल 80 किलो बीज एवं खाद खरीदा । ग्राम हडग़ांव के किसान सोमेश्वर पटेल ने 25 एकड़ के लिए कंपनी से एग्रीमेंट किया । जहां उसने फसल उत्पादन के लिए 5 क्विंटल बीज खरीदा । अब मजबूरन व्यापारी को अनाप-शनाप दाम पर धान बेचना पड़ेगा । इससे हमारी आर्थिक परेशानी बढ़ गई है । 

कृषि विभाग के एसडीओ राजकुमार सोलंकी ने कहा कि इस एग्रीमेंट में कृषि विभाग की कोई भूमिका नहीं है । किसानों ने प्राइवेट कंपनी से एग्रीमेंट किया है । यह मामला लीगल है । किसानों की शिकायत मिलने पर प्रावधानों के तहत कंपनी को नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी । ताकि दूसरे किसान धोखाधड़ी का शिकार ना हो ।वहीं कलक्टर महादेव कावरे ने कहा कि मामला संज्ञान में है, कृषि विभाग से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी । क्षेत्र के किसान प्राइवेट कंपनी के झासे में ना आएं । खाद व बीज खरीदने से पहले कृषि अधिकारी का मार्गदर्शन लें । किसानों को किसी के बहकावे में न आकर कृषि अधिकारी से सलाह लेनी चाहिए ।