दिल्ली :झारखंड में मुख्यमंत्री सोरेन समर्थक कांग्रेस के तीन विधायकों से करोडो की नगदी और ब्लैकमनी से खरीदी गई अरबो के संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए है। आयकर छापों को लेकर सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं। उसके मुताबिक, इन सबूतों की जांच में पता चला कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है।
हाल ही में चंद महीने पहले पश्चिम बंगाल में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक नोटों की गड्डी के साथ पकड़े गए थे। घटना कोलकाता की थी। इस घटना के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अब फिर दो कांग्रेस विधायकों सहित कुछ व्यापारियों के करीब 50 ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में आईटी टीम को करीब दो करोड़ रुपए की नकदी मिली है। बताया जाता है कि इन नोटों को गिनने के लिए टीम को मशीन मंगवानी पड़ी थी। अब छापेमारी से बरामद साक्षो की जांच में आईटी टीम ने 100 करोड़ से अधिक के बेनामी लेनदेन और निवेशों का पता लगाया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने एक बयान जारी कर बताया कि इन समूहों ने कर चोरी के विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है। उसके मुताबिक बीते चार नवंबर को आईटी टीम ने जिन ठिकानों पर छापेमारी की थी। उन ठिकानों में कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह और प्रदीप यादव के ठिकाने भी शामिल थे। जानकारी के मुताबिक कुमार जयमंगल झारखंड की बेरमो सीट से विधायक हैं।
छापेमारी को लेकर सीबीडीटी ने जारी बयान में कहा कि आईटी टीम की यह कार्रवाई कुछ कारोबारी समूहों के खिलाफ की गई थी। इसमें समूहों के झारखंड के रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा, बिहार के पटना, हरियाणा के गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता समेत 50 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी।
सीबीडीटी ने बताया कि ये सभी लौह अयस्क के खनन, लोहे के उत्पादन, कोयले के व्यापार, ढुलाई और ठेकेदारी में शामिल हैं। सीबीडीटी ने बताया कि कारोबारियों के समूहों में उनके साथ उनके दो सहयोगी भी शामिल हैं, जो राजनीति से संबंध रखते हैं. सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं।