रायपुर / कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ टिप्पणियों के बाद रिपब्लिक भारत चैनल के संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ छत्तीसगढ़ में अब तक विभिन्न जिलों में 101 एफआईआर दर्ज हो चुके हैं। सबसे अधिक 12 केस दुर्ग जिले में दर्ज किए गए हैं। ये सभी एफआईआर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से दर्ज कराई गई हैं।
बुधवार को राजधानी रायपुर के सिविल लाईंस थाने में स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की शिकायत पर अर्नब के खिलाफ पहली एफआईआर हुई थी। इसके बाद विभिन्न जिलों में अर्नब के खिलाफ लगातार अपराध दर्ज कराने का सिलसिला जारी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अर्नब गोस्वामी पर पालघर मामले में अपने वक्तव्य से देश की जनता के सद्भाव को समुदाय के आधार पर भड़काने और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। वहीं कांग्रेस नेता गिरीश दुबे ने गोस्वामी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना वायरस को लेकर दिए गए सुझावों को गलत ढंग से पेश करने का आरोप लगाया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ट्वीट कर कहा कि ‘रिपब्लिक और आर. भारत टीवी के संपादक अर्णब गोस्वामी के इस अनर्गल बकवास को पत्रकारिता कह सकते हैं? यह तो सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का कुत्सित प्रयास है। न भाषा की मर्यादा न किसी की मान मर्यादा का ध्यान। यह तो अपराध है। संज्ञेय और दंडनीय अपराध।’ एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैं न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से संपादक और उनके चैनल के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। मुझे उम्मीद है कि उनके नियोक्ता उन्हें तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहेंगे।’
अर्नब के ख़िलाफ़ धारा 153 (क),295 (क), और धारा 505 की धाराओं में अपराध क्रमांक 176/2020 दर्ज किया है।यह धाराएं धर्म के आधार पर विद्वेष बढ़ाने, धर्म जाति के आधार पर कटुता फैलाने के मामले में प्रभावी होती हैं। ये धाराएँ ग़ैर ज़मानती हैं। अभी तक रायपुर में दो, दुर्ग में 12 , धमतरी में छह, महासमुंद में सात, गरियाबंद में छह, सुकमा में पांच, जांजगीर में आठ, बिलासपुर में चार, कांकेर में छह, जशपुर में सात, बालोद में पांच समेत कुल 101 एफआईआर दर्ज हुए हैं |