जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर में 10 बोर्ड की परीक्षा में चेहरे पर शाजिकल मास्क लगाकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। यहाँ एक विध्यर्थी का भाई चेहरे पर मास्क लगाकर परीक्षा केंद्र पंहुचा तय। चंद मिंटो में ही यह शख्श प्रवेश पत्र दिखाकर परीक्षा कक्ष में पंहुचा था। चेहरे में लगे मास्क के चलते किसी को शक नहीं हुआ, कुछ देर तक यह शख्श प्रश्न पत्र हल करते रहा लेकिन एक टीचर को उसपर शक हुआ। उसके चेहरे पर लगे मास्क को हटाया फिर प्रवेश पत्र पर लगी छात्र की तस्वीरें से उस शख्श की हकीकत सामने आ गई। पता पढ़ा की यह शख्श अपने ही भाई के बजाय खुद परीक्षा देने पंहुचा था। स्कूल प्रसाशन ने घटना की जानकारी पुलिस में की है।
जानकारी के मुताबिक, जांजगीर क्षेत्र के शासकीय बहुउदेशीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल क्रमांक 2 में मंगलवार को हिंदी विषय की परीक्षा थी। परीक्षा के दौरान केंद्र अध्यक्ष गोविंद प्रसाद केशरवानी चेकिंग के लिए पहुंचे तो एक छात्र को देख उन्हें संदेह हुआ। इस पर उन्होंने छात्र से उसका एडमिट कार्ड मांगा और चेक किया तो पता चला कि परीक्षा देने वाला कोई और है।
इस पर उन्होंने पकड़े गए छात्र से पूछताछ की तो पता चला कि सारागांव निवासी शंकर दास मानिकपुरी की जगह बड़ा भाई काशीदास मानिकपुरी (29) परीक्षा दे रहा था। इसकी जानकारी प्रबंधन को लगी तो उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दे दी। इसके बाद पुलिस आरोपी को पकड़ कर थाने ले आई है और उससे पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पूरे सेंटर में अकेले मास्क पहनकर पहुंचा, इसलिए हुआ संदेह
केंद्र अध्यक्ष और प्रिंसिपल गोविंद प्रसाद केशरवानी ने बताया कि पूरे परीक्षा केंद्र में केवल एक परीक्षार्थी ही मास्क पहन कर आया था। उसकी हरकतों देख पर्यवेक्षकों को भी संदेह हुआ तो उन्होंने जानकारी दी। इस पर CCTV कैमरे में चेक किया तो शक सही लगा। इस पर उसका मास्क उतरवा कर प्रवेश पत्र चेक किया। इससे सब साफ हो गया। वह दूसरे की जगह परीक्षा दे रहा था।
आरोपी बोला- भाई की तबीयत खराब, इसलिए आया
पकड़े गए आरोपी काशीदास मानिकपुरी ने स्वीकार किया है कि वह दूसरे की जगह परीक्षा दे रहा था। उसने पुलिस को बताया कि उसके भाई की तबीयत खराब है। साल नहीं बर्बाद हो जाए, इसलिए वह खुद उसकी जगह परीक्षा देने के लिए आया था। फिलहाल पुलिस उसके तर्क से सहमत नहीं है और नकल के आरोप में पकड़े जाने के बाद उस पर कार्रवाई कर रही है।