पटना:- बिहार के नवादा में शहर की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है. पुलिस की कार्यशैली से लोग नाराज हैं. रजौली-बख्तियारपुर फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन के मैनेजर ओम प्रकाश कों कंपनी के एडमिन और मैनेजर मंदीप सिंह और गुरदीप सिंह ने दस लाख रुपये सौंप दिए थे. मैनेजर ने एक लाख रुपये निकालकर अपने पास रख लिए और बाकी नौ लाख रुपये गाड़ी की सीट पर रख दिए. मैनेजर ओम प्रकाश गाड़ी लेकर रकम सहित सद्भावना चौक की तरफ निकल गए. ओमप्रकाश ने इसकी जानकारी कंपनी के अन्य अधिकारियों भी दी थी.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार रास्ते में सीमा टाकीज के पास दाढ़ी बनवाने के लिए वो एक सैलून के पास ठहरे और गाड़ी लॉक करके दाढ़ी बनवाने सैलून के अंदर चले गए. तकरीबन 20-25 मिनट बाद सैलून से बाहर निकले तो गाड़ी की हालत देख दंग रह गए. गाड़ी के पिछले गेट का दाहिना तरफ का शीशा टूटा हुआ था और अंदर रखे नौ लाख रुपये गायब थे. पीड़ित मैनेजर ने शोर मचाकर भीड़ इकठ्ठा कर ली और पुलिस को भी सूचना दी.
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वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस पदाधिकारियों ने पीड़ित मैनेजर सहित आसपास के लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली. घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगालने में पुलिस जुट गई है. बता दें कि घटनास्थल पर सरकारी स्तर पर भी सीसीटीवी कैमरा लगा है, जो खराब बताया जा रहा है. एसआई नरोत्तम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.