अयोध्या: एक दिन में पहुंचे 10 लाख लोग, आज से 14 फरवरी तक स्कूल बंद, सुबह तीन बजे से लगी मंदिर के बाहर कतार

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रामनगरी 24 घंटे श्रद्धालुओं के जयघोष से गूंज रही है। इस समय पूरी रात अयोध्या जग रही है। श्रद्धालुओं का आवागमन निरंतर जारी है। माघ पूर्णिमा 12 को है उससे पहले प्रयागराज से श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह रामनगरी की ओर निरंतर आ रहा है। सोमवार को दस लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। सरयू स्नान कर राममंदिर व हनुमानगढ़ी में दर्शन किया। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया है। वहीं अयोध्या की गलियां भी अब जाम हो रही हैं।

रामपथ से जुड़ी गलियों में वाहनों का दवाब बढ़ गया है। रानीबाजार, जैन मंदिर, रायगंज, तपस्वी छावनी मार्ग पर दिन भर जाम लग रहा है। वहीं जगह-जगह बैरिकेडिंग से लोग आजिज आ चुके हैं। रामनगरी में भारी भीड़ के चलते रूट डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया गया है। बाईपास से पैदल आ रहे श्रद्धालुओं को फटिक शिला आश्रम की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से चौधरी चरण सिंह व संत तुलसीदास घाट होकर श्रद्धालु लता चौक पहुंच रहे हैं।

टेढ़ीबाजार से पैदल दुराही कुंआ की ओर श्रद्धालुओं को भेजा जा रहा है। इसी बीच श्वेतांबर जैन मंदिर के आगे बैरिकेडिंग लगाकर राजघाट की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से श्रद्धालु राजघाट होते हुए ऋणमोचन घाट और फिर आधे अशर्फी भवन व आधे गोला बाजार की ओर भेज दिए जा रहे हैं। अशर्फी भवन चौराहे से रामपथ की ओर जाने वाली भीड़ को दोबारा मतगजेंद्र से मधुसूदन विद्यामंदिर इंटर काॅलेज होते हुए नयाघाट भेज दिया जा रहा है। इस बीच श्रद्धालु गलियों में भटक रहे हैं और सरयू घाट से राममंदिर व हनुमानगढ़ी पहुंचने के लिए उन्हें पांच से आठ किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है।

माघ पूर्णिमा के कारण अयोध्या धाम में अत्यधिक भीड़ आने की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने प्री-प्राइमरी से 12 तक के सभी स्कूलों को 11 से 14 फरवरी बंद करने का आदेश दिया है। नगर निगम अयोध्या के अयोध्या धाम परिक्षेत्र के सभी शासकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त तथा निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों पर यह आदेश लागू होगा। इस दौरान किसी भी प्रकार का शिक्षण कार्य नहीं होगा लेकिन सभी प्रशासनिक कार्य पहले की तरह होते रहेंगे। इस अवधि में बोर्ड परीक्षा की प्रयोगात्मक परीक्षाएं पहले से जारी समय के अनुसार ही संपन्न कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि उक्त आदेश का पालन कड़ाई से कराया जाए।