हाथी नही बन पाये साथी । छत्तीसगढ़ और झारखण्ड की सरहद पर बसे सैकड़ो गांव में हाथियों का आतंक | क्रुद्ध जंगली हाथियों ने दो ग्रामीणों को उतारा मौत के घाट |

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प्रेम प्रकाश शर्मा – जशपुर \       छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आज तड़के चुल्हापानी जंगल के समीप जंगली हाथी के हमले की दो अलग अलग घटना में 2 ग्रामीणों की मौत हो गई। क्रुध्द होकर आबादी क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों की चिंघाड़ से कुनकुरी,तपकरा क्षेत्र के दर्जन भर गांवों में दहशत का वातावरण बना हुआ है। 


      वन मंडल अधिकारी कृष्ण कुमार जाधव ने  बताया कि कुनकुरी उप वन मंडल अन्तर्गत ईब नदी के समीप दंतैल हाथी ने पहले पंख्रासियुस कुजूर 54 वर्ष पर अचानक हमला कर उसे मार डाला था।मृतक सुबह छ  बजे नदी में दतौन कर अपने घर वापस लौट रहा था. इस घटना स्थल से लगभग 2 कि.मी. दूर उसी जंगली हाथी ने पंडरीपानी गांव का निवासी तरसियुस पर भी जानलेवा हमला कर देने से उसकी भी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया तरसियुस डोड़ापानी जंगल में जड़ीबूटी एकत्र कर रहा था.


      जाधव के मुताबिक  बादलखोल अभ्यारण्य में विचरण कर रहा जंगली हाथियों के दल पर सेटेलाईट से लगातार निगरानी रखी जा रही है। लेकिन इस दल से एक दतैंल हाथी अलग होकर काफी उत्पात मचाने लगा है। उन्होने बताया कि जंगली हाथी के हमले में मारे गए दोनों मृतकों के परिजनों को 25, 25 हजार रूपयों की आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है।