रायपुर / स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज सुपेबेड़ा की बीमारी के संबंध में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि सुपेबेड़ा में जल की स्थिति ठीक नहीं है, डाईविटीस की वजह से किडनी पर असर पड़ रहा है, रीनल किडनी के डिस्फनक्शनल की वजह से मौतें हो रही हैं। इसके अलावा पानी, मलेरिया और डायबीटीस की वजह से भी बीमारियां हो रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सुविधा उपलब्ध कराना और बीमारी को दूर करना हमारा मकसद है, गंभीरता से सरकार ने वहां इसके निराकरण के लिए काम की शुरुआत की है।
सिंहदेव ने कहा कि हमारा मकसद सुपेबेड़ा और आसपास के गांवों में लोगों की बेहतरी का है, इसका प्रयास किया जा रहा है | डायलिसिस के पहले दवाओं से ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है | जो लोग किडनी की बीमारी से ग्रस्त हो गए हैं, उन पर सामान्य से हटकर ध्यान दिया जा रहा है | मंत्री ने कहा कि ऐसी शिकायतें भी आई हैं कि दवाइयों के इंफेक्शन, ओड़ीसा से आ रही यूरिया वाली शराब और खानपान को लेकर भी पड़ताल की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया करीब 200 से 250 लोगों के किडनी की बीमारी से पीड़ित होने की संभावना है। जो लोग ईलाज के लिए रायपुर या दूसरे स्थानों पर जा रहे हैं, उनका भी बेहतर उपचार हो रहा है। कई ऐसे काम भी कर रहे हैं कि जिससे डायलिसिस की जरूरत नहीं पड़े। उन्होंने बताया एम्स के विशेषज्ञ वहां जा रहे हैं और वे लगातार सहयोग भी कर रहे हैं। केंद्र सरकार से सीधे हमने मदद नहीं मांगा है, लेकिन एम्स और केंद्र से जुड़ी दूसरी संस्थाओं से मदद ले रहे हैं। जांच और परीक्षण लगातार चलता रहे, लेकिन उसकी वजह से इलाज कभी बाधित नहीं होगा।