राज्य के सीनियर मोस्ट आईपीएस गिरधारी नायक आज रिटायर हो गए है | नायक के पास जेल व होम गार्ड्स के डायरेक्टर जनरल के साथ एंटी नक्सल ऑपरेशन और एसआईबी का भी चार्ज था । उनके स्थान पर स्पेशल डीजी संजय पिल्ले या आरके विज को जिम्मेदारी दी जा सकती है । तीन अफसरों के एडीजी प्रमोट होने के बाद रेंज में भी फेरबदल की संभावना है । माना जा रहा है कि दो चरण में फेरबदल किए जा सकते हैं । नायक के रिटायरमेंट के बाद उनकी जिम्मेदारियां बांटी जाएंगी । फिर अगले चरण में रेंज व जिले स्तर पर कुछ बदलाव किए जाएंगे । बता दें कि बस्तर व सरगुजा रेंज में बदलाव के संकेत हैं । एक-दो जिलों के एसपी भी बदले जा सकते हैं । इसके अलावा एडिशनल एसपी और डीएसपी स्तर पर भी तबादले होने हैं ।
इधर रिटायरमेंट के मौके पर गिरधारी नायक को आज माना कैम्प में परेड कर सलामी दी गई | नायक ने अंतिम बार परेड का निरीक्षण भी किया | इस दौरान उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया | 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे गिरधारी नायक लगभग 35 सालों तक मध्यप्रदेश और राज्य गठन के बाद से छत्तीसगढ़ में अपनी सेवाएं दी है | जून 1985-86 में छिंदवाड़ा से एएसपी के रूप में काम करते हुए अपने कॅरियर की शुरूआत करने वाले नायक इसके बाद इंदौर में पदस्थ रहे | रायपुर ग्रामीण के एएसपी रहने के बाद 1988 से 1991 तक मंडला के एसपी रहे | धार, रायसेन जिले में भी बतौर एसपी उन्होंने काम किया | इसके बाद भोपाल के पुलिस मुख्यालय में एआईजी (शिकायत) रहे | 1994 से 1997 तक बिलासपुर में एसपी और 12वीं बटालियन के कमांडेड के रूप में सेवाएं दी | गिरधारी नायक 1999 से 2002 तक हैदराबाद स्थित सरकार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के उप निदेशक भी रह चुके हैं | बस्तर रेंज में उप पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस महानिरीक्षक पद स्थापना अवधि में उन्होंने नक्सली उन्मूलन अभियान में विशेष योगदान दिया है | महानिदेशक नायक को उनके उल्लेखनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक एवं विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त है | अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर जेल एवं सुधारात्मक सेवाएँ, छ.ग. के पद पर वर्ष 2012-13 में पदस्थ रहे. 2013 से लगातार 6 वर्ष तक नगर सेना एवं नागरिक सुरक्षा, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएँ तथा वर्ष 2016 से अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएँ तथा राज्य आपदा मोचन बल के महानिदेशक के पद पर पदस्थ रहे |

