न्यूज डेस्क / महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को महंगा पड़ गया। आज (गुरुवार) संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया है। इसके साथ ही सत्र के दौरान होने वाले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया है | वहीं बीजेपी के कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संसद में दिया गया उनका बयान निंदनीय है। बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती है। उधर साध्वी प्रज्ञा के बयानों को लेकर लोकसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया | इसके बाद बैकफुट पर आई बीजेपी ने ऐलान किया कि साध्वी को पार्टी संसदीय बैठकों में भी नहीं आने के लिए कहा गया है | हालांकि हैदराबाद से सांसद ओवेसी ने कहा कि प्रज्ञा ठाकुर पर कार्रवाई कर बीजेपी सिर्फ दिखावा कर रही है | राजनाथ सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी हमारे लिए आदर्श है , गोडसे को देशभक्त मानने की सोच निंदनीय है | राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय संसदीय इतिहास में आज का दिन लोकसभा के लिए सबसे दुखद है | संसद में जिस तरह से बीजेपी पर हमले हो रहे है , उससे अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि बीजेपी प्रज्ञा ठाकुर को पार्टी से निष्कासित कर सकती है |
यह है पूरा घटनाक्रम
लोकसभा में भाजपा सदस्य प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को तब एक टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया जब द्रमुक सदस्य ए राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिये गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा | ठाकुर की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध जताए जाने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि एसपीजी (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान सिर्फ द्रमुक नेता का बयान ही रिकॉर्ड में जाएगा |