छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है | जनता को अब 23 मई का इंतजार है , जब EVM मशीन अपना राज उगलेगी | लेकिन लोकसभा चुनाव परिणाम आने से पहले दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी अनूप कुमार और उसके साथी जवाहर नगर निवासी सौरभ अग्रवाल को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है ।
पुलिस ने श्रमिक बाहुल्य क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी | धोखाधड़ी की शिकायत पीडि़त महिलाओं ने मतदान के कुछ दिन पहले की थी । मुख्य आरोपी लोकसभा का प्रत्याशी है । जिससे पुलिस को चुनाव के दौरान प्रत्याशी को गिफ्तार करने के लिए कानूनी दिक्कत आ रही थी । पुलिस अवसर की तलाश में थी । प्रारंभिक जांच और साक्ष्य मिलते ही पुलिस की दो अलग अलग टीम ने जवाहर नगर और पद्मनाभपुर क्षेत्र में एक साथ दबिश दी ।
पूछताछ के बाद दोनों को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा । पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लोगों से धोखाधड़ी करने के लिए सर्व समर्पण विकास सेवा समिति बनाया था । पुलिस ने दोनों के पास से 6 बैंक का पास बुक और सैकड़ों चेक भी जब्त किया है । जब्त चेक में कई ब्लैंक है वहीं कई पूर्व में जारी कर शिकायत होने पर वापस लिए गए चेक शामिल हैं । पुलिस ने चेक की संख्या कितने अमाउंट का है इसका खुलासा नहीं किया है ।
बताया जा रहा है अनूप कुमार पाण्डेय मूल रुप से आजमगढ़ उत्तरप्रदेश का निवासी है । वह दो वर्ष पहले ही दुर्ग आया है । मामला दर्ज दोने के बाद पुलिस को सूचना मिली थी अनूप शहर छोडऩे वाला है । वह 2 तारीख को गोवा जाने के लिए टिकट भी बुक करा लिया था । विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह थाईलैण्ड यात्रा और गोवा की सैर कर चुका है । पुलिस को शक है कि सौरभ ने मोटी रकम शेयर मार्केट में निवेश किया है । जब्त मोबाइल में शेयर मार्केट का हिसाब किताब भी मिला है ।
आरोपियों ने पहले सर्व समर्पण विकास सेवा समिति का निर्माण किया गया । आर्यनगर में आलीशान ऑफिस खोला । छह माह तक किराए नहीं देने पर मकान मालिक ने दुकान खाली कराने पर दोनों ने पद्मनाभपुर में ऑफिस खोल लिया । गरीब महिलाओं को बताया कि वे समिति के माध्यम से हर तरह की मदद करना चाहते हैं । राशन कार्ड से लेकर अगर आधार कार्ड नहीं बना है तो वे सब बनाकर देंगे । इसी तरह श्रमिक कार्ड व शासन की योजना का लाभ दिलाने का भरोसा दिलाया । महिलाओं का विश्वास जीतने के बाद समिति के माध्यम से दावा किया गया कि अगर वे मोटी रकम जमा करती है तो प्रत्येक सप्ताह 10 प्रतिशत बोनस के रुप में दिया जाएगा । इस झांसे में आकर महिलाओं ने 1200 से लेकर 50 हजार रुपए तक समिति में जमा किया । विश्वास जीतने के लिए दोनों ने कुछ महिलाओं को भुगतान किया । इसके बाद धीरे धीरे चेक से भुगतान किया । चेक बाउंस होने पर महिलाओं को समझ में आया कि वे ठगी का शिकार हो चुकी है । बताया जाता है समिति के माध्यम से 2000 से अधिक महिलाओं से राशि निवेश कराई और बड़ी रकम को डकार गए । लोक सभा चुनाव में मतदताओं से अपील किया था कि अगर वह चुनाव जीत जाता है तो लोकसभा क्षेत्र के हर बच्चे का कक्षा आठवीं तक की फीस का वहन उनकी समिति करेगी । नामंकन पत्र में आरोपी ने स्वयं को आठवी उर्तीण और बैंक में जमा पूंजी 6 लाख बताया था ।