प्रेम प्रकाश शर्मा
जशपुर | जिले के प्रभारी सचिव डी.डी सिंह ने जशपुर प्रवास के दौरान आज जिला प्रशासन द्वारा मेधावी बच्चों के लिए संकल्प शिक्षण संस्थान का मुआयना कर वहां की अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था का जायजा लिया। प्रभारी सचिव इस दौरान दोनों शिक्षण संस्थानों के बच्चों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, सीइओ जिला पंचायत श्री के.एस.मण्डावी, एसडीएम दशरथ राजपूत, संकल्प के प्राचार्य विनोद गुप्ता,यशश्वी जशपुर के संजीव शर्मा , सरीन राज सहित अन्य अधिकारी उनके साथ थे।
प्रभारी सचिव ने जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफ मद से संचालित संकल्प शिक्षण संस्थान की शैक्षणिक उपलब्धि पर प्रसन्नता जताई । उन्होंने कहा कि जशपुर जैसे दूर-दराज के आदिवासी बाहुल्य जिले में गरीब परिवारों के प्रतिभावान बच्चों को आई.आई.टी, एनआईटी एवं मेडिकल में प्रवेश दिलाने के उद्देश्य से इस संस्था का संचालन सराहनीय है । वर्ष 2012-13 से संचालित संकल्प शिक्षण संस्थान से कई बच्चे हर साल मेडिकल एवं तकनीकी शिक्षा के लिए आई.आई.टी, एनआईटी एवं मेडिकल शिक्षा के लिए चयनित हुए हैं।
प्रभारी सचिव ने इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य श्री विनोद गुप्ता एवं शिक्षकगणों से विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के अलावा उच्च शिक्षा के अन्य विकल्पों के बारे में भी जानकारी देने और उन्हें इसके लिए तैयार करने की बात कही । प्रभारी सचिव ने कहा कि वर्तमान दौर में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी काफी स्कोप है । उन्होंने बच्चों से संकल्प शिक्षण संस्थान की गौरवपूर्ण उपलब्धि को निरंतर आगे बढ़ाने तथा शिक्षा अध्ययन के इस बेहतर अवसर का लाभ उठाकर छत्तीसगढ़ एवं जशपुर जिले व अपने परिवार को गौरवान्वित करने की बात कही। इस अवसर पर कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने जिला प्रशासन द्वारा संकल्प शिक्षण संस्थान में अध्ययन-अध्यापन, बच्चों के आवास की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
प्राचार्य विनोद गुप्ता ने बताया कि संकल्प शैक्षणिक संस्थान की शुरूआत वर्ष 2012-13 में गरीब परिवार के मेधावी बच्चों को बेहतर आवासीय शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए की गई थी। यहां बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए 11 विशेषज्ञ शिक्षक रखे गए हैं। बच्चों को मेडिकल एवं तकनीकी कालेजों में प्रवेश के लिए नियमित रूप से तैयारी कराई जाती है।