क्रिकेट वर्ल्ड कप चल रहा है और दक्षिण अफ्रीका टीम की स्थिति ही बहुत खराब है | वह लगातार तीन मैच हार चुकी है | 5 जून को उसे भारत के हाथों हार का सामना करना पड़ा | साऊथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही है | टीम स्टेज लीग से ही बाहर हो सकती है | अगले स्टेज में पहुंचने के लिए टीम को बचे सभी 6 मैच जीतने होंगे | डेल स्टेन चोटिल होकर पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं | टीम के बड़े प्लेयर्स में शुमार एबी डिविलियर्स रिटायरमेंट ले चुके हैं | हालांकि वह वर्ल्ड कप में खेलना चाहते थे. टीम में वापस आना चाहते थे. | इसके लिए उन्होंने टीम मैनेजमेंट को ऑफर भी दिया था, लेकिन मैनेजमेंट ने उनका ऑफर ठुकरा दिया | क्रिकेट वेबसाइट ESPNcricinfo ने ये खुलासा किया है | जिस समय दक्षिण अफ्रीका टीम के खिलाड़ियों का विश्वकप के लिए चयन हो रहा था उससे एक दिन पहले डिविलियर्स ने यह पेशकश की थी | बताया जाता है कि एबी डिविलियर्स ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस, कोच ओटिस गिब्सन और चयनकर्ताओं के संयोजक लिंडा जोंडी से संपर्क साधा था | डिविलियर्स ने कहा था कि वह फिर से टीम में वापसी करना चाहते हैं | लेकिन मैनेजमेंट की ओर से बताया गया कि यह संभव नहीं है | जानकारी के मुताबिक डिविलियर्स के आग्रह को स्वीकार तक नहीं किया गया | विचार करना तो दूर की बात है |
गौरतलब है कि 2018 में डिविलियर्स ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में, अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास का एलान किया था | फरवरी में 35 वर्ष के हो चुके डिविलियर्स ने आईपीएल में 44.20 की औसत से 442 रन बनाए | हालांकि डिविलियर्स ने संकेत दिए थे कि वह संन्यास लेने के अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकते हैं | मई में टीवी चैनलों से बातचीत में उन्होंने कहा था कि मैं विश्व कप में खेलना चाहता था, लेकिन अब मैं रिटायर्ड हो चुका हूं | उन्होंने कहा था कि यह एक बहुत ही संवेदनशील स्थिति थी | कैरियर के अंतिम तीन वर्षों में कब खेलना है और कब नहीं खेलना है मुझे पता ही नहीं होता था | इसके लिए मुझे घर से काफी आलोचना मिली | इन सब बातों ने मेरे संन्यास में भूमिका निभाई |
डिविलियर्स को फिर से टीम में नहीं लेने के पीछे दो वजहें हो सकती हैं | क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू होने से एक साल पहले मई 2018 में ही डिविलियर्स ने रिटायरमेंट ले लिया था | इसलिए सलेक्शन का जो क्राइटेरिया है उसे वह पूरा नहीं कर पा रहे थे | इसके अनुसार उनका घरेलू क्रिकेट के साथ ही इंटरनेशनल मैचों में खेलना जरूरी था | दूसरी वजह ये थी कि अगर डिविलियर्स को लिया जाता तो किसी न किसी खिलाड़ी को बैठाना पड़ता | ऐसे में यह उन खिलाड़ियों के साथ सही नहीं होता जो शानदार प्रदर्शन कर रहे थे | पाकिस्तान के खिलाफ जनवरी में डेब्यू करने वाले रस्सी वैन डेर डूसन ने अपनी 4 वन-डे पारियों में तीन अर्धशतक जड़े हैं |