रायगढ़ लोकसभा प्रत्याशी गोमती साय ने कहा चुनाव परिणाम बताएगा पार्टी की एकता , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल को बताया बेहतर |

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उपेंद्र डनसेना [Edited By : शशिकांत साहू] 

 भारतीय जनता पार्टी द्वारा रायगढ़ लोकसभा सीट के लिए इस बार चार बार चुनाव जीत चुके केन्द्रीय राज्य मंत्री विष्णुदेव साय का टिकट काटकर जशपुर जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष गोमती साय को मैदान में उतारा है । माना जा रहा था कि भाजपा विष्णुदेव साय जैसे नामी चेहरे के समकक्ष कोई दूसरा और बड़ा चेहरा यहॉं से सामने लाती लेकिन अचानक बड़े चेहरों के नाम सबसे पीछे हो गए और गोमती साय सबसे आगे रही और अंततः उनके नाम पर आखिरी मुहर लग गयी । इतनी खींच तान और बड़े चेहरों के बीच अगर कोई नया चेहरा सामने आता है मतलब उस चेहरे की खास पहचान तो होगी ही । ऐसी ही पहचान गोमती साय की है । गोमती साय काफी लंबे अरसे से अपने गृह क्षेत्र जशपुर जिले के फरसाबहार से कभी जिला पंचायत सदस्य के रूप में ,कभी जनपद सदस्य के रुप मे तो वर्तमान में जशपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के रूप में लगातार प्रतिनिधित्व कर रही है ।  गोमती साय  टिकट मिलने के बाद देर शाम वे रायगढ़ पहुंची । इसके बाद जिला भाजपा कार्यालय में पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की । मुलाकात के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूरी एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में उतरने का आव्हान किया । उसके बाद चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें सोच समझ कर टिकट दिया है |  वे उनके भरोसे पर खरा उतरेगी । बातचीत के दौरान उन्होंने पार्टी में किसी भी तरह की गुटबाजी से इंकार करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम बताएंगे कि पार्टी में एकता है गुटबाजी नहीं । एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल को सबसे बेहतर बताते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में गरीबों को आवास तथा अन्य कई योजनाओं का लाभ मिला है  |  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए वे तैयार हैं । विष्णुदेव साय के कार्यकाल को भी उन्होंने काफी बेहतर बताया ।


जानिए कौन है गोमती साय

रायगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा की ओर से उम्मीदवार बनाई गई गोमती साय भले ही जशपुर जिले में किसी परिचय की मोहताज न हो लेकिन टिकट घोषणा के बाद रायगढ़ में हर दूसरा या तीसरा आदमी यही सवाल करते दिख रहा है कि गोमती साय कौन है | जशपुर की सियासी जमीन कई सालों से प्रतिनिधित्व कर रही गोमती साय पहली बार रायगढ़ की जमीन में राजनीति का श्री गणेश कर रही हैं तो यह सवाल भी लाजमी है । यह सवाल इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अब रायगढ़ लोकसभा में पहले जैसी बात नही रही न ही कुमार दिलीप सिंह जूदेव हैं न ही प्रदेश की सत्ता की ताकत । ऊपर से अभी अभी की लड़ाई विधानसभा चुनाव में भाजपा की बुरी हार हुई है ऐसे में यह सवाल अगर पूछा जा रहा है कि गोमती साय कौन हैं तो इसमें आश्चर्य जैसी बात नही है ।

बता दें कि गोमती साय पिछले दो बार से कुनकुरी विधानसभा की मजबूत दावेदार रही लेकिन किन्ही कारणों से इस बार लगातार दूसरी बार इनकी टिकट कट गई ।2013 के विधानसभा चुनाव में कुनकुरी सीट से इनका नाम करीब करीब तय था लेकिन येन मौके पर रोहित साय को टिकट दे दिया गया जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में इनकी जगह भरत साय को टिकट दिया गया हांलाकि इस बार कुनकुरी से भाजपा की हार हुई ।