राज्य सरकार ने मीसा बंदियों के सम्मान निधि पर ब्रेक लगा दिया है । अगले महीने से ये पेंशन बंद हो जाएगा | हालिया विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई है और कांग्रेस ने सरकार बनाई । सरकार बनने के बाद कांग्रेस पूर्व सरकार द्वारा शुरू की गई इस पेंशन को बंद करने जा रही है । जिला कोषालय अधिकारियों से कहा गया है कि वे बैंको को ताकीद करें कि फरवरी से उन्हें इसका भुगतान न किया जाए । छत्तीसगढ़ में इस वक्त करीब 300 मीसाबंदी हैं ।
ज्ञात हो कि इंदिरा गांधी की सरकार में आपातकाल के दौरान जेल गए मीसा बंदियों को मीसाबंदी सम्मान निधि के तहत पेंशन दी जाती है, इसे पूर्व की बीजेपी सरकार ने चालू किया था । रमन सिंह के तीसरे कार्यकाल में यह राशि बढ़कर 15 हजार हो गई थी । जिला कोषालय अधिकारियों से कहा गया है कि वे बैंको को ताकीद करें कि फरवरी से उन्हें इसका भुगतान न किया जाए । कलेक्टरों को भेजे गए पत्र में जीएडी सेक्रेटरी रीता शांडिल्य ने लिखा है कि मीसा बंदियों को दिए जाने वाले सम्माननिधि को और अधिक पारदर्शी बनाना है। साथ ही प्रदेश में लोकतंत्र सेनानियों का भौतिक सत्यापन कराया जाना आवश्यक है । इस हेतु पृथक से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे । उपयुक्त के परिप्रेक्ष्य में निर्देश अनुसार अनुरोध है कि आगामी माह फरवरी 2019 से लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि राशि का वितरण उपयुक्त अनुसार कार्यवाही होने के पश्चात किया जाए ।