राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने धारा 370 हटाने का संकल्प पेश किया |

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कश्मीर में क्या हो रहा है | कश्मीर पर क्या मोदी सरकार कोई बड़ा फैसला लेने वाली है | ये सब सवाल हैं जो कि हर किसी के मन में उठ रहे हैं | घाटी में हजारों की संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है, साथ ही साथ कई राजनेताओं को नजरबंद भी कर दिया गया है | धारा 144 लागू है ऐसे में घाटी पर हर किसी की नज़र है |  वहां किसी इलाके में चार से ज्यादा लोग एक जगह जमा नहीं हो सकते हैं |  धारा 144 का मतलब कर्फ्यू नहीं होता |  मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट, केबल टीवी सब बंद कर दिया गया है |  स्कूल-कॉलेज समेत सारे शैक्षणिक संस्थान भी फिलहाल बंद रहेंगे |  अगले आदेश तक कोई भी जनसभा या रैली नहीं की जा सकेगीजम्मू-कश्मीर में इस तरह के हालात करगिल के बाद पहली बार बन रहे हैं | करगिल के वक्त में भी लैंडलाइन बंद नहीं किए गए थे, लेकिन इस बार इनपर भी पाबंदी है | इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर सोमवार सुबह कैबिनेट की बैठक हुई |  दूसरी ओर संसद में भी इस विषय को लेकर हंगामे के आसार हैं, विपक्ष के कई नेताओं ने आज स्थगन प्रस्ताव दिया है | इसके साथ ही उन्होंने राज्य का पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा है |  

रात साढ़े 11 बजे ओमर अब्दुल्ला का ट्वीट आया |  उन्होंने लिखा था कि शायद उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा जाने वाला है |  बाकी मुख्यधारा के नेताओं को भी हाउस अरेस्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है |  इसके बाद एक और ट्वीट में उन्होंने कश्मीर के लोगों को संबोधित करते हुए लिखा कि आगे क्या होने वाला है, मालूम नहीं |  उमर ने लोगों ने सुरक्षित रहने और शांति बनाए रखने की अपील की |  

महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट करके लिखा कि वो कश्मीर के लोगों को भरोसा देना चाहती हैं कि चाहे जो भी हो जाए, वो लोगों का साथ नहीं छोड़ेंगी |  साथ मिलकर संघर्ष करेंगी |  एक और ट्वीट में महबूबा ने अपने जैसे जनता के हाथों चुने हुए प्रतिनिधियों को हाउस अरेस्ट में रखे जाने के फैसले पर सवाल उठाया |  अपने आखिरी ट्वीट में महबूबा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का ज़िक्र किया |  लिखा कि बीजेपी नेता होने के बावजूद वाजपेयी को कश्मीरियों के साथ सहानुभूति थी |  इसीलिए उन्होंने कश्मीर के लोगों की मुहब्बत भी कमाई |  महबूबा ने लिखा कि इस मौके पर आकर वाजपेयी की कमी सबसे ज्यादा खल रही है |  महबूबा ने कश्मीर के मौजूदा हालात पर खुशी जताने वालों के नाम भी ट्वीट किया |  लिखा कि जो भी इन हालातों का जश्न मना रहे हैं वो नहीं जानते कि भारत सरकार ने अगर सर्वसम्मति से निर्णय नहीं लिया, तो इसके क्या नतीजे हो सकते हैं |