रायपुर | पहले कांग्रेस और अब बीजेपी से निकाल बाहर किये गए मंतूराम पवार मंतूराम पवार पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी के कई नेताओं पर सनसनीखेज आरोप लगा रहे है | लेकिन “सबूत” किसी के नहीं पेश कर रहे है | अंतागढ़ मामले में सिर्फ “टेपकांड” के अलावा सत्ताधारी कांग्रेस के पास कोई “ठोस सबूत” नहीं है | कांग्रेस उम्मीदवार को चुनावी मैदान से हटाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस के ही नेताओं के सक्रिय होने का खुलासा तो इस “टेप” से हो रहा है , लेकिन “संदेहियों” और “आरोपियों” का वाइस सैंपल नहीं होने से यह मामला सिर्फ हवा में गोते खा रहा है | “रणछोर दास” मंतूराम पवार ने अभी तक वो रकम सरेंडर नहीं की है , जो उनके आरोपों के अनुसार पूर्व मंत्री राजेश मूणत अथवा बीजेपी के लोगों ने उसे दी थी |
अंतागढ़ टेपकांड का मामला उलझता ही जा रहा है | अब बीजेपी ने पूर्व विधायक मंतूराम पवार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करने की मांग की है | मामला 29 साल पुराना है | पवार ने 1990 में विधानसभा चुनाव लड़ा था | सीपीआई उम्मीदवार के तौर पर | बीजेपी का कहना है कि तब पवार की उम्र 25 साल से कम थी | उन्होंने शपथपत्र में अपनी उम्र 25 से ज्यादा बताकर चुनाव लड़ा था | बीजेपी ने पखांजूर थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि पवार ने चुनाव आयोग में झूठा हलफनामा दायर किया था | बीजेपी का कहना है कि मंतूराम ने 1990 के चुनाव में शपथ पत्र में अपनी उम्र 25 साल बताई थी | इसके बाद उन्होंने 1993 और 1998 में चुनाव लड़ा | 1998 में उन्होंने कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ा था और जीते भी थे | विधानसभा की बुकलेट में उनकी जन्मतिथि 16 मार्च, 1966 बताई गई है | यानी 1990 में उनकी उम्र 25 साल के कम थी | बीजेपी का कहना है कि मंतूराम ने धोखाधड़ी की है | अगर उनपर कारवाई नहीं होती है तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा |
