मानसून की बेरुखी से किसानो की फूली सांस ,अच्छी बारिश के संकेत नहीं ,उमस, गर्मी से लोग परेशान |

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राज्य भर में बारिश की गतिविधियों पर लगे अल्पविराम के बाद तेजी से बढ़ रहे तापमान ने लोगों को उमस से बेहाल कर दिया है । कई दिनों से यहां बारिश पूरी तरह थम गई है |   जिस तरह से मौसम करवट ले रहा है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी प्रदेश में बारिश होने की उम्मीद बहुत कम है |  इधर मौसम विभाग ने भी निकट भविष्य में अच्छी बारिश की संभावनाओं से इंकार किया है । 

 मानसून की बेरुखी से किसानो की फूली सांस |  फसलों को पानी की आवश्यकता है ।  एक दो दिन राज्य के कुछ एक हिस्सों में  झमा झम बारिश  हुई | लेकिन जितनी जल्दी और तेजी से बारिश हुई उतनी ही जल्दी मानसून नदारत भी हो गया | इन दिनों आसमान मे बादल तो छाए रहते है लेकिन बारिश नहीं होती | मानसून के नदारद होने से ज्यादातर हिस्सों में बुआई तक नहीं हो पाई है | लिहाजा  किसान बेहाल नजर आ रहे है | उनके मुताबिक खेत खलियान तैयार है लेकिन इंद्र देवता प्रसन नहीं | कई इलाको  में किसान टोने टोटके और पूजा पाठ और वरुण यज्ञ कर रहे है |  ऐसे मे उन किसानो की हालात पतली  है जिन्होंने कर्ज लेकर फसले लगाने की तैयारी की थी | मौसम विभाग इसे मानसून ब्रेक कह रहा है , लेकिन उसे उम्मीद है की बारिश जल्द होगी |    

मौसम विभाग के अनुसार कल बनी द्रोणिका आज आगे बढ़कर हिमालय की तराई वाले इलाकों की ओर निकल गई है । इसके अलावा फिलहाल कोई चक्रवाती सिस्टम अथवा कम दबाव का क्षेत्र भी नहीं बन रहा है । यही वजह है कि प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश की गतिविधियों पर इस समय विराम लग गया है । वर्तमान में एक द्रोणिका बनी हुई है जो कि उत्तर-पूर्वी बिहार से लेकर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक जा रही है, यह द्रोणिका झारखंड और पश्चिम बंगाल के गांगई वाले इलाकों के ऊपर से होकर गुजर रही है । फिलहाल छत्तीसगढ़ के ऊपर अथवा आसपास के इलाकों में कोई भी चक्रवाती सिस्टम या कोई द्रोणिका नहीं बनी है । इन परिस्थितियों में प्रदेश में अच्छी बारिश के फिलहाल संकेत नहीं मिल रहे हैं ।