बेमेतरा वालो का दिल जीत विदा हुए कलेक्टर महादेव कावरे | सफलताओ और उपलब्धियों से भरा रहा कार्यकाल |

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सूरज सिंह बेमेतरा /

बेमेतरा | कुछ लोग आम नागरिकों के दिलों के जेहन में एैसे रच-बस जाते है जिसे लोग बहुत दिनों तक याद भी करते है । बेमेतरा जिले के निवर्तमान कलेक्टर महादेव कावरे अपने 15 माह के कार्यकाल में आम जनता का दिल जीत लिया था । वे जब भी मैदानी क्षेत्र के दौरे पर जाते थे जिले के आम नागरिकों से उनकी समस्याओं से रूबरू होते रहे है । 1 जनवरी 2012 से बेमेतरा जिला अस्तित्व में आया जिले के पांचवे कलेक्टर के रूप में महादेव कावरे के उपलब्धियों भरा कार्यकाल प्रशासनिक कसावट के साथ-साथ बेमेतरा जिले के इतिहास के लिए अमिट छाप छोड़ गया । उनके द्वारा प्रशासनिक कसावट के साथ शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्यवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव जिले में निर्विघ्न, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न हुआ । गांव की स्थिति देखने लोगों की समस्या पास से जानने जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में रात्रि चैपाल भी लगाया । उनके द्वारा जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए बीच-बीच में निरीक्षण करना, जिला मुख्यालय बेमेतरा में 100 बिस्तर एमसीएच अस्पताल का लोकार्पण कराने, जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण, के  जरिये स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार  लाने की पहल की गई । स्कूलों को आकस्मिक निरीक्षण, उनके बीच बैठकर भोजन ग्रहण करना इससे भोजन की गुणवत्ता का पता लगाना । कलेक्टर बंगला में कक्षा 10 एवं 12 वी के बच्चों को कैरियर गाइडेंस के लिए आमंत्रित करना । शासन की प्लैगशिप सुराजी गांव योजना नरवा,गरूवा,घुरूवा अउ बाड़ी को गति देने के लिए कार्य करना इसके अंतर्गत जिले में 66 गौठान के लिए 12 करोड़ 60 लाख रूपए स्वीकृत किए गये है । 


बेमेतरा जिले मे कृषि आधारित उद्योग के लिए ग्राम चंदनु में लगभग 210 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है । फूड पार्क के लिए उद्योग विभाग के लिए जमीन हस्तांतरण की कार्यवाही जारी है । और भी जगह चिन्हित है इनमें चिचोली (नांदघाट) बेरला ब्लाक सांकरा में 140 एकड़ जमीन को शासकीय प्रयोजन हेतु आरक्षित रखा गया है । बेमेतरा शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार लाने चैक चैराहो में सीसीटीवी कैमरा डीएमएफ से लगाया जाना जैसे कार्याे के लिए जाने जाते रहेंगे । अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए राजस्व पुस्तक परिपत्र आरबीसी 6-4 के वर्षाे से लंबित प्रकरणों का अभियान चलाकर निराकरण करना । साजा ब्लाक के ग्राम मोहतरा में सर्पदंश से मृत छात्रा के परिजनों को 24 घंटे के भीतर राहत राशि का चेक वितरण करना । बेमेतरा के पास सिंघौरी-खिलोरा रोड में 25 एकड़ जमीन में ऑक्सिजन विकसित करने की उन्हें खुशी है । यह कार्य डीएमएफ से कराया गया है । जिले में ई-रिक्शा महिलाए भी चला रही है यह उनके लिए खुशी की बात है । समय समय पर जिले के चार विकासखण्ड मुख्यालयों में एक ही दिन दौरा कर समीक्षा बैठक लेना । कोदवा सल्धा रोड बनाने में योगदान , धमधा बेमेतरा रोड, कंडरका रोड का शुभारंभ, खारे पानी की समस्या प्रभावित 152  ग्रामों में ग्रूप वाटर सप्लाई योजना का शुभारंभ किया गया । कलेक्टर का पद एक व्यक्ति का न होकर एक संस्था का होता है । कलेक्टर अपने आप में एक इनस्टिट्यूशन है यहां से बोली गई बात यदि इम्प्लीमेंट नहीं होती तो भारी दिक्कत होगी । कलेक्टर के रूप में काम करने का ऐसा एक जूनून 15 माह में केवल दो बार ऐसा हुआ कि जिला मुख्यालय बेमेतरा से बाहर रूकना पड़ा अन्यथा जिले में ही समय दिया । अंत में उनके सम्मान में चंद लाईने “हजारो मंजिलें होगी, हजारो कारवां होगें ,निगाहे आपको ढूंढेगी, न जाने आप (कहां) होंगे” ।