बेटी के नामकरण कार्यक्रम में परिजनों को रिश्तेदारों व चितपरिचित के लोगो ने पौधे भेंटकर परिजनों का किया सम्मान |
किशोर साहू {Edited By :ऋतुराज वैष्णव }
बालोद / बालोद जिले के ग्राम जगन्नाथपुर में 30 जून रविवार को एक बेटी का जन्म उत्सव पूरे समाज और जिले के साथ प्रदेश के लिए एक मॉडल बन गया। जिस तरह बेटी को लक्ष्मी मानकर पहले गृह प्रवेश पर पूजा फिर आमंत्रण कार्ड में बेटी की ओर से ही लोगों को निमंत्रण देकर बेटी बचाने, बेटी पढ़ाने, बेटी है तो कल है, इस तरह से संदेश यादव परिवार ने दिए थे। उसी संदेश को साकार करने के साथ बेटी का जन्म उत्सव भी मनाया गया। जिसके सहभागी सिर्फ गांव ही नहीं बल्कि बालोद ब्लॉक, बालोद जिले के साथ कई जिले के लोग भी बने। सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक यह जन्मोत्सव चलता रहा। जिसमें कई जिले के लोगों के साथ जन प्रतिनिधि,संस्था प्रमुख, समाज प्रमुख बेटी को आशीर्वाद देने पहुंचे। सबकी लाडली बनी इस बेटी का यादव परिवार ने नाम वैष्णवी रखा है।जन्मोत्सव की सबसे खास बात यह रही कि यादव परिवार ने कार्ड में बेटी की तरफ से आमंत्रित कर बेटियों को प्रोत्साहित करने की पहल बालोद जिले के पूर्व कलेक्टर राजेश सिंह राणा से प्रेरित होकर की थी। राजेश सिंह राणा ने अपने कार्यकाल के दौरान इसी तरह बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए उनके नाम से घरों के आगे नेम प्लेट लगवाया था। अब यादव परिवार ने कार्ड में जो पहल की उनसे प्रभावित होकर स्वयं पूर्व कलेक्टर राजेश सिंह राणा ने इस पहल को सराहा और अपने प्रतिनिधि के माध्यम से उन्होंने बेटी के जन्म उत्सव के लिए रायपुर से तोहफा भी पहुंचाया। जो एक मिसाल बन गई। पूर्व कलेक्टर राजेश सिंह राणा ने 2 पौधे भिजवा कर यादव परिवार से अपील की कि इसे लगाकर अपने मुहिम को सफल बनाएं और समाज को बेटी के साथ पर्यावरण बचाने का भी संदेश दे।उनकी पहल भरी अपील को यादव परिवार ने स्वीकार किया और तोहफे के रूप में मिले पौधों को लगा कर एक नया संदेश भी दिए। बारिश के बाद भी लोगों का उत्साह कम नही हुआ। सभी की लाडली बनी वैष्णवी को आशीर्वाद देने लोगों का तांता लगा रहा।
पर्यावरण प्रेमी सहित कई संस्थानों ने किया सम्मान :
जन्मोत्सव के आयोजक पिता दीपक यादव, माता माधुरी यादव का सम्मान विभिन्न संस्थाओं के लोगों ने किया। पर्यावरण प्रेमी भोज साहू निवासी देवरी ने पौधे व श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया। खास बात यह रही कि भोज साहू ने ही आयोजन को संवारने के लिए अपनी ओर से एक आकर्षक पेंटिंग के साथ बैनर बनवाया था। जो आयोजन स्थल में सबसे आकर्षण का केंद्र रहा। माता पिता और पूरे परिवार वालों को सम्मानित करने के लिए गुंज सेवा संस्थान की प्रमुख अनीता उइके निवासी टिकरी भी पहुंची थी। उन्होंने भी साथ में पौधारोपण किया। सुबह से देर रात तक आयोजन में हर किसी की सहभागिता नजर आई। पूरे मोहल्ले के लोगों के साथ गांव के लोगों ने भी जन्म उत्सव में श्रमदान किया।
बेटी दो कुल का मान है :
रात में सांकरा के शीतला मानस परिवार ने रामायण की प्रस्तुति दी। जिसमें टीम के प्रमुख भूपाल सेन ने कहा कि यादव परिवार की पहल सबसे अनूठी है। बेटी दो कुल का मान होती है। जिस तरह इस परिवार ने बेटी को प्रोत्साहित करने के लिए किया, ऐसा हर परिवार को करना चाहिए।
यह रहे खास मेहमान जिन्होंने मुहिम को सराहा :
पद्मश्री शमशाद बेगम – महिला कमांडो संगठन की प्रमुख व पद्मश्री शमशाद बेगम भी इस बेटी को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेटी बेटा में फर्क दूर करने की यह कोशिश बहुत अच्छी रही। इस तरह से जन्म उत्सव हर परिवार में होना चाहिए। उनके साथ पहुंचे सहयोगी जन कल्याण समिति के सचिव रफीक खान व भीमेश्वरी शांडिल्य ने भी पहल को सराहा और समाज के लिए इसे प्रेरणास्रोत बताया।
पुलिस प्रशासन ने भी किया प्रोत्साहित :
गुंडरदेही टीआई रोहित मालेकर भी अपनी टीम के साथ इस जन्मोत्सव के साक्षी बने। देर रात 10 बजे तक चल रहे इस आयोजन में बरसते पानी में भी टीआई बच्ची को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे। टीआई रोहित मालेकर ने कहा की यादव परिवार की यह पहल इतनी प्रेरणादायक थी कि उन्होंने जब से इसके आयोजन के होने के संबंध में सुना था, उनसे रहा नहीं गया और वे यहां सारे काम खत्म करने के बाद आ पहुंचे और यादव परिवार से मिलकर बहुत खुश हुए। इस परिवार ने जो पहल की है वह समाज के हर व्यक्ति को एक नया संदेश देगी।
समाज के लिए भी ऐतिहासिक पहल साबित हुई :
यादव ठेठवार समाज के प्रमुख व शिक्षक टेकापार निवासी नंदकिशोर यादव भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह पहल ठेठवार यादव समाज में भी एक ऐतिहासिक पहल साबित हुई है। समाज में इस तरह से आज तक किसी ने नहीं किया था। जो बेटियों के प्रति संदेश यादव परिवार ने दिया, वह तारीफे काबिल है।
धमतरी जिले से पहुंचे नेशनल अवॉर्डी टीचर :
बेटी के इस जन्मोत्सव में रात 9.30 बजे भारी बारिश के बीच नेशनल अवॉर्डी टीचर ग्राम चिटॉद प्राइमरी स्कूल में पदस्थ ईश्वरी कुमार सिन्हा भी अपने एक साथी के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि यादव परिवार का यह छोटा सा संदेश समाज में बड़ा काम करेगा। इस छोटी सी मुहिम ने उन्हें बहुत प्रभावित किया और वे भी अपने स्कूल व गाँव में भी लोगों को इसी तरह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए प्रेरित करेंगे।