प्रशासनिक शह पर शासकीय शिक्षक के गैर कानूनी फोटोग्राफी दुकान पर तालाबंदी की तैयारी |

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उपेंद्र डनसेना रायगढ़  


नटवर स्कूल में पदस्थ शिक्षाकर्मी निशांत सिंह की करतूतों के विरुद्ध रायगढ़ फ़ोटो ग्राफर एसोसिएशन लामबंद
कलेक्टर रायगढ़ को ज्ञापन सौपने गए एसो. के सदश्य फोटोग्राफर कलेक्टर के व्यवहार से नाखुश,मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलने जाएंगे फोटोग्राफर


रायगढ़ जिले में नटवर स्कूल में पदस्थ शिक्षाकर्मी  निशान्त सिंह के विरुद्ध आज आर पी ए (रायगढ़ फ़ोटोग्राफर एसो.) के तकरीबन 50/55 सदस्य फोटोग्राफर आज सुबह करीब 11 बजे कलेक्टर कार्यालय के बाहर आ पहुंचे । उन्होंने नियम विरुद्ध ढंग से एक शासकीय शिक्षक जिसका नाम इन्होंने निशान्त सिंह पिता कमरीद सिंह गोंड़ के द्वारा वर्ष 2013 से लगातार अवैधानिक तरीकों से जिला प्रशासन के तमाम विभागों में अथवा वी आई पी कार्यक्रमों की फ़ोटो ग्राफी और वीडियो ग्राफी की जाती रही है । इस एक व्यक्ति ने तत्तकालीन प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में विशेष कर विगत (महिला कलेक्टरों के अलावा तत्तकालीन जिला पंचायत सी ई चन्दन त्रिपाठी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है)अपना ऐसा वर्चस्व | प्रभाव बना लिया था,कि इस अकेले शख्स ने करीब 20-25 प्रोफेशनल एवं जरूरतमंद फोटो-ग्राफरों का हक मारने लगा था । एसो. के कुछ सदशयों ने यह भी बताया कि वर्तमान में इसे अवैधानिक संरक्षण देने वाले अधिकारियों में राजेश डेनियल व जिला रोजगार अधिकारी प्रमोद जैन का मुख्य हाँथ है । कुछ फोटोग्राफर ने खुलकर सामने आते हुए कहा कि इन चापलूसी पसंद अधिकारियों के बुते इस सरकारी कर्मचारी बनाम फोटोग्राफर निशान्त सिंह ने बीते विधानसभा चुनाव में वीडियो एवं  फोटोग्राफी के काम का लाखो/करोड़ो रुपयों की फ़र्ज़ी बिलिंग की है । बताया जा रहा है बिलिंग में इस पर कुछ प्रशासनिक अधिकारियों का भी बराबर का हिस्सा शामिल था । सामान्य तौर पर विधान सभा चुनाव के अंतर्गत इसके किये गए कार्यों को लेकर अब विवाद बढ़ने लगा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में आज रायगढ़ फोटोग्राफर एसोसिएशन ने कलेक्टर सहित तीन विभागों को ज्ञापन देकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। आरोप यह है कि पिछले कुछ समय से कलेक्ट्रेट में एक शिक्षक के द्वारा सरकारी कार्यक्रमों की फोटोग्राफी कवरेज के साथ अन्य आयोजनों में स्वयं पूरा काम किया जाता है।



मिथ्या नही है आर पी ए का आरोप,जांच हुई तो कई बड़े संरक्षण दाता जेल जाएंगे


फोटोग्राफर एसोसिएशन ने आरोप लगाया है कि विभिन्न शासकीय आयोजनों सहित चक्रधर समारोह की वीडियो फोटोग्राफी का काम इसी फोटोग्राफर उर्फ शिक्षा कर्मी निशान्त सिंह के द्वारा अलग से किया जा रहा है । यही वजह है कि स्थानीय फोटो ग्राफरो को शासकीय आयोजनों का काम लम्बे समय अंतराल से नही मिल पा रहा है । रायगढ़ फोटोग्राफर एसोसिएशन का यह भी कहना है कि किसी शासकीय कर्मचारी को दो जगह से शासकीय पैसा कैसे मिल सकता है, यह शासकीय कर्मचारियों के कोड ऑफ कन्डक्ट का सीधा उलंघन है बावजूद इसके बीते विधान सभा चुनाव में भी इस दागी फोटोग्राफर  उर्फ शिक्षाकर्मी के द्वारा वीडियो और फोटो ग्राफी का कई लाख के बिल लगे होने का जब मामला जब सामने आया, तब पता चला कि यहां इस शिक्षक के द्वारा शासकीय विभाग के कुछ बाबुओं और अधिकारियों के साथ सांठ गांठ कर वर्ष 2014 से अब तक चाहे वह चक्रधर समारोह हो, या अन्य कोई शासकीय आयोजनो में होने वाली वीडियो और फोटो ग्राफी के नाम पर कई करोड़ का चूना भी लगा चुका है। खास बात तो यह है कि इस शिक्षक के द्वारा अपनी मुख्य जिम्मेदारी में कटौती करते हुए एक तरफ साशन से प्रतिमाह वेतन ले रहा है इधर साल भर में कई शासकीय आयोजनों में फ़ोटो/वीडियो ग्राफी कर अलग मोटी कमाई की जा रही है। इसके अवैधानिक कृत्यों की यदि गम्भीरता से जांच की जाए तो यही नही अपितु इसे संरक्षण देकर धांधली करवाने वाले कई बड़े प्रशासनिक अधिकारियों की पोल भी खुलेगी और वे सीधे जेल जाएंगे ।
विगत विधानसभा के बाद लोकसभा चुनाव में फ़ोटो/वीडियो ग्राफी के माध्यम से बड़ी धांधली की तैयारी,लोकसभा चुनाव का ठेका भी कथित तौर पर शिक्षाकर्मी निशान्त सिंह को मिला
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विधानसभा की फोटोग्राफी बिल का विवाद अभी निपटा भी नही था कि गुरुजी उर्फ फोटोग्राफर निशान्त सिंह ने फिर से लोक सभा चुनाव की वीडियो और फोटो ग्राफी का काम रायपुर निर्वाचन कार्यालय से एन-केन प्रकारेण प्राप्त कर लिया गया है। फोटोग्राफी के चक्कर मे वो लगातार स्कूल से नदारत भी रहते है। इस बात को लेकर आर


पी ए और गुरुजी बनाम फोटोग्राफर आमने-सामने आ खड़े हुए हैं।

प्रेस से मुखातिब होते हुए फोटो ग्राफी संघ के सदस्य गण ने बताया कि वे लोग जब कलेक्टर रायगढ़ के पास गुरुजी उर्फ फोटोग्राफर निशान्त की करतूतों की शिकायत लेकर गए तो उन्होने कार्रवाही करने के बजाए उल्टे सदस्यों से बड़ा रूखा व्यवहार किया। इस बात को लेकर एसोसिएसन के सदस्य क्षुब्द नजर आए। हालांकि उन्होंने हार नही मानी है। यद्यपि कलेक्टर ने उन्हें भी दो टूक शब्दो में यह कहकर चलता कर दिया था कि चलो देखते हैं। इससे एसोसिएशन सदस्यों में और भी आक्रोश बढ़ गया। अब संघ जिला शिक्षा विभाग में उक्त शिक्षक की शिकायत तो करेगा ही। एसो. के सदश्यों ने अब मुख्यमंत्री से मिलकर गुरुजी और उनके आश्रयदाताओं की शिकायत करने का निर्णय लिया  है। 

जबकि कलेक्टर के व्यवहार से ख़फ़ा संघ का कहना है कि कलेक्टर के रवैये से प्रतीत होता है कि इस शिक्षक बनाम फोटोग्राफर को कलेक्टर का भी संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कलेक्टर ने करवाई करने के बजाए उन्हें टाल दिया हैं। अब वे इस मामले को लेकर स्थानीय विधायक प्रकाश नायक से मुलाकात करने जा रहे है। इधर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास जाकर उन्हें भी गुरुजी के दुष्कृत्यों से अवगत करने की तैयारी है। वही एसो. के अध्यक्ष ने  कहा कि जब तक निशान्त सिंह के विरुद्ध कार्रवाही नही की जाती है तब तक एसो. के सदश्य आंदोलन करने पर विचार कर रहे हैं।