पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केंद्रीय बजट पर कहा कि समाज के सभी वर्गो को मिलेगा इसका लाभ ।

0
40

  वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने आज मोदी सरकार के वर्तमान कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश किया किया है |  इस बजट में कई सारे लोकलुभावन वादे किये गये, जिसमें किसानों से लेकर मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुए कुछ अहम घोषणाएं की गई है । बजट पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि  काफी तारीफ की और वित्त मंत्री पीयूष गोयल को बधाई भी दी है। रमन सिंह ने कहा कि इस बजट से समाज के सभी वर्गो को इसका लाभ मिलेगा । बजट में सभी तबके का ख्याल रखा गया है  |  आज वे सबसे बड़ी योजना की ओर आगे बढ़ गए हैं ।  फिर चाहे वह स्वच्छ भारत योजना, उज्जवला योजना, मनरेगा, आयुष्यमान भारत योजना हो या फिर आम आदमी को राहत देने टैक्स में 5 लाख तक छूट मिलने को | 

             उन्होंने कहा कि माध्यम वर्ग के लोगों के लिये 3 करोड़ से ज्यादा टेक्सपेयर के आयकर सीमा को ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख तक इनकम टेक्स में छूट दिया है । इसमें तीन करोड़ से ज्यादा मीडिल क्लास लोगों को सीधा सीधा फयदा मिलेगा । महत्वपूर्ण विषय किसान सम्मान नीधि 12 करोड़ छोटे किसान को दो हेक्टेयर जमीन में छह हजार रूपये दिये जायेंगे। सीधे उनके खाते में ये पैसा जायेगा । किसानों को सीधा इसका फायदा मिलेगा । ये एक बहुत बड़ी शुरूआत है । किसानों के खाते हमने खुलावाये थे तो अब उनको एक सुरक्षा की निधि मिलेगी जो 12 करोड़ किसानों को इसका फायदा मिलेगा । कामधेनु योजना के अंतर्गत से500 रु दिए जाएंगे । प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को 3 हजार रुपए का प्रतिमाह लाभ मिलेगा |  इसमें अनुसूचित जनजाति को छूट दी गई है  |  उन्होंने कहा कि महंगाई की दर कम की गई है जिससे 10 प्रतिशत से घटाकर 4.5 प्रातिशत किया गया |  इस बजट में सभी वर्गों को साथ लेकर चलने से रमन सिंह ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री का धन्यवाद किया है  | 

             वहीं जब रमन सिंह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपना पहला बजट पेश करने वाले हैं उस सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो घोषणायें है जो वादे घोषणा पत्र में किये है उस घोषणा को सरकार अमल पर लायेगी । यही उम्मीद मैं करता हूं । कांग्रेस के किसानों को राशि देने के बयान का पलटवार करते हुए पूर्व सीएम रमन ने कहा कि समर्थन मूल्य ने पहले किया था । इनको वित्तीय प्रबंधन करना है , ये उनको सोचना था ,वादे इन्होंने किए हैं । कांग्रेस अपने वादों से मुकर गई है । क्या वे अपनी सभी नीतियों को सरकार पर ही लादेंगे । आपने घोषणा की है तो आपको पहले वित्तीय प्रबंधन देखना था। वो चुनाव ही क्यों लड़े फिर । शराबबंदी को इन्होंने वादे किये थे लेकिन अब फिर से सब बिचौलियों के हाथों में जा रहा है । छह महीने रुकिये फिर ये गांवों में घुश नहीं पाएंगे । जिन महिलाओं ने इन्हें शराबबंदी के नाम पर वोट दिए हैं वे ही इन्हें डंडे से मारेंगी ।