गेंदलाल शुक्ला
कोरबा । डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय और वनमाली सृजनपीठ बिलासपुर के तत्वाधान में 7 सितंबर से प्रारंभ पुस्तक यात्रा का मंगलवार को कोरबा आगमन हुआ । इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ नवोदित प्रतिभाओं और अंचल के वरिष्ठ साहित्यकारों का एक गरिमामय समारोह में सम्मान किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी श्री सतीशकुमार पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर आयोजित गरिमामय समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सतीशकुमार पाण्डेय ने कहा कि शिक्षा के बिना कोई भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में उन्नति नहीं कर सकता । शिक्षा ही सफलता का मूल मंत्र है । वर्तमान में टी. वी. और इंटरनेट के कारण पढ़ने की आदत छूटती जा रही है। यह गंभीर चिन्ता का विषय है । इंटरनेट से सम्पूर्ण शिक्षा और ज्ञान नहीं मिल सकता । इसलिए सबको किताबें पढ़ना चाहिये । किताब पढ़ने की आदत बना लेनी चाहिए । शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मिशन रोड कोरबा में आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया । सुआ नृत्य, पंथी नृत्य, गौरा नृत्य, स्व रचित कविता पाठ, चित्रकला,रंगोली, फुगड़ी, रस्साकसी, निबंध स्पर्धा, समूह गीत, नृत्य नाटिका, सोन चिरई नाट्य प्रस्तुति के विजेता छात्र छात्राओं ने मंचीय कार्यक्रम प्रस्तुत किया । विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्र छात्राओं को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं जिला शिक्षा अधिकारी सतीशकुमारपाण्डेय ने प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया ।
इस मौके पर अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार सर्व श्री उमेश अग्रवाल, महावीर प्रसाद चन्द्रा दीन, बंशीलाल यादव, उभरते रचनाकार प्रभात शर्मा, एम एल खैरवार ने रचना पाठ किया । पुस्तक यात्रा के संयोजक श्री योगेश मिश्रा ने सभी रचनाकारों का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया । विद्यालय परिसर में किताबों और देश के मूर्धन्य साहित्यकारों-वैज्ञानिकों के चित्रों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी । कार्यक्रम में वनमाली सृजन केन्द्र कटघोरा के अध्यक्ष डॉ. प्यारेलाल आदिले, कोरबा केन्द्र के अध्यक्ष गेंदलाल शुक्ल, आई सेक्ट कोरबा के संचालक अरूण साहू, वरिष्ठ कवि दिलीप अग्रवाल, मुकेश चतुर्वेदी आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय है। समारोह का संचालन श्रीमती अंजलि शर्मा ने किया । कार्यक्रम के अंत में श्री आई.पी. महतो ने आभार प्रदर्शन किया ।

