छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस कस्टडी में एक भाजपा नेता की मौत हो गयी है । बताया जा रहा है कि मरवाही थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कुम्हारी में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया । इस मामले को लेकर जिस शख्स ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, पुलिस ने उसे ही रात भर थाने में बिठा लिया था । परिजनों का आरोप है कि कस्टडी में भूखे-प्यासे टीआई ने उन्हें थाने में रखा और उनकी बेदम पिटाई की । पिटाई के बाद जब तबीयत बिगड़ गयी, तो बिलासपुर रेफर किया गया, जहां उनकी मौत हो गयी । इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर एसपी ने टीआई को लाइन अटैच कर दिया है ।
ये है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय चंद्रिका तिवारी का पुश्तैनी जमीन के बटवारे को लेकर चचेरे भाई तुलसी तिवारी और पुष्पेन्द्र तिवारी से विवाद चल रहा है । रविवार को जमीन विवाद पर दोनों पक्षों में फिर से विवाद पैदा हो गया । देर शाम चंद्रिका तिवारी अपने बेटे 37 वर्षीय दिनेश तिवारी के साथ शिकायत लेकर मरवाही थाना पहुंचे । वहीं, तुलसी और पुष्पेंद्र भी शिकायत लेकर थाना आ गए । शिकायत दर्ज कराते समय थाने में दोनों पक्षों में कहासुनी हो गया । जिसके बाद टीआई ईएक्का ने चंद्रिका प्रसाद और दिनेश को लॉकअप में बंद कर दिया । वही पुष्पेन्द्र और तुलसी तिवारी को घर भेज दिया । पुलिस ने चन्द्रिका प्रसाद तिवारी को रात भर थाने में बैठाया औऱ मारपीट किया जिसके चलते उनकी तबियत खराब हो गई | डाक्टर ने चंद्रिका की गंभीर स्थिति होने पर सिम्स रेफर कर दिया । रेफर कर दिए जाने के बाद एंबुलेंस नहीं मिलने पर दिनेश ने चंद्रिका को समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रखा और सोमवार शाम करीब 5 बजे निजी वाहन की व्यवस्था कर पिता को सिम्स ले जाने लगा । रास्ते में रतनपुर के पास उसकी मौत हो गई ।
मृतक के बेटे दिनेश तिवारी ने बताया कि उनके पिता हार्ट के मरीज है उन्हें बेदर्दी से पीटा गया है और उसे भी मारा गया है । इसी दौरान चंद्रिका तिवारी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बिलासपुर ले जाया जा रहा था कि रतनपुर के पास उन्होंने दम तोड़ दिया ।
इधर मरवाही पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया और रोड भी जाम कर दिया । ग्रामीण थाना प्रभारी सहित दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की है साथ ही साथ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की गई है