रामेश्वर राठौर /
जांजगीर चांपा / छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में एक व्यक्ति कुटुंब न्यायालय के फैसले के बाद पत्नी को भरण-पोषण की राशि देने के लिए एक दो नहीं बल्कि पूरे पांच बोरियों में 33 हजार 800 के सिक्के लेकर पहुंचा इसमें 1 , 2 और 5, 10 के सिक्के शामिल थे. इन सिक्को का वजन लगभग 1 क्विंटल था | ऐसे में जज ने जैसे ही युवक द्वारा बोरियों में लाए सिक्के देखे उन्होंने इसे पत्नी को प्रताड़ित करने का तरीका बताते हुए युवक को कहा कि वह खुद इन सिक्कों की गिनती करेगा और पत्नी तक पहुंचाएगा |
कुटुंब न्यायालय के जज किरण चतुर्वेदी ने महिला के पति को सख्त निर्देश देते हुए कहा वह सिक्कों को खुद गिनकर अपनी पत्नी को दे | इसके बाद कोर्ट रूम में ही पुनीराम सिक्के गिनने लगा और महिला उसके सामने बैठ गई | सिक्के गिनने के बाद जज ने पैसों को पत्नी के घर तक पहुंचाने का आदेश दिया | जज ने पैसा घर तक पहुंचाने के बाद उसकी पक्की रसीद 22 जुलाई को कोर्ट में जमा करने का भी आदेश दिया है | यह पूरा मामला कुटुंब न्यायालय जांजगीर का है, जहां युवक को पत्नी का भरण-पोषण करने के लिए पत्नी कोर्ट ने पति को रुपये अदा करने को कहा था |
दरअसल, जिले में पामगढ़ थाना क्षेत्र के कोसला के पुनीराम साहू की शादी नवागढ़ थाना क्षेत्र की यशोधरा साहू से हुई थी | दोनों की 4 बेटियां है, जिनमें से 3 की शादी हो चुकी है | वहीं पति-पत्नी दोनों के बीच विवाद होेने के बाद वे करीब 20 साल पहले अलग हो गए | इस बीच उनका मामला परिवार परामर्श केंद्र में पहुंचा, वहां समझौता नहीं होने पर कुटुंब न्यायालय जांजगीर में मामला चला गया | यहां से पुनीराम को हर माह पत्नी को 3700 रुपए भरण पोषण देने का आदेश मिला, लेकिन कुछ कारणों से वह पिछले 8 माह से पत्नी को पैसा नहीं दे पाया था |