निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता के खिलाफ शिकायतों पर चल रही जाँच पूरी हो गई | मामले की रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है। जेल और नक्सल डीजी गिरधारी नायक ने करीब 14 सौ पन्नों की जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी है । बता दें गिरधारी नायक फोन टेपिंग मामले में निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता के खिलाफ जांच कर थे । इस मामले में पूरी रिपोर्ट को गोपनीय रखा गया है ।
गौरतलब है आरोपी मुकेश गुप्ता के खिलाफ पूर्व गृहमंत्री कंवर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जांच की मांग की थी | ननकीराम कवंर मिक्की मौत की मौत का शक आरोपी मुकेश गुप्ता जाहिर किया था | शिकायत पत्र में ननकीराम कंवर ने यह भी आरोप लगाया था कि निलंबित डीजी ने पहली पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी किया है | यह सिविल आचरण नियम के खि़लाफ है | इसके अलावा मदनवाड़ा नक्सल हमले में एसपी व्ही.केे चौबे की मौत के लिए जिम्मेदार गुप्ता को ठहराया था | वहीं पूर्व गृहमंत्री ने गुप्ता की पदोन्नति को गलत बताया था |
गौरतलब है कि डॉ. मिक्की से मुकेश गुप्ता ने 1999 में कथित तौर पर गंधर्व विवाह किया था और संदिग्ध परिस्थितियों में मिक्की की 2001 में मृत्यु हो गई थी । मौत के तुरंत बाद मुकेश गुप्ता की शिकायतें हुईं । इनमें सरकारी नौकरी में रहते हुए दो शादी और मिक्की से मारपीट भी शामिल थीं । लेकिन मामला सालो तक दबा रहा । दरअसल, एडीजी मुकेश गुप्ता सन 1999 में मिक्की मेहता नाम की नेत्र चिकित्सक के संपर्क में आए । धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकीयां बढ़ी | इस दौरान दोनों का एक बच्ची भी हुई । जिसका नाम मुक्ता गुप्ता रखा गया | मिक्की मुक्ता को लेकर अपने साथ रहने लगी । मिक्की मेहता की मां के मुताबिक जब मिक्की हैदराबाद में रहती थी । उस दौरान तिरूपती बालाजी में मुकेश गुप्ता ने मिक्की से गंधर्व विवाह किया था । जबकि मुकेश गुप्ता पहले से ही शादीशुदा थाॉ । लिहाजा वो मिक्की को पत्नि के रूप में स्वीकार नहीं करना चाहता था । इसी दौरान मिक्की की संदिग्ध हालत में मौत हो गई | मिक्की की मां आरोप लगाती हैं कि मिक्की की मौत नहीं, बल्कि मुकेश गुप्ता ने उसकी हत्या कर दी थी ।