निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता से गृह विभाग ने आगामी आदेश तक उनका सरकारी वाहन क्रमांक CG/03/6494 वापस ले लिया है | और उनके गनमैन को भी वापस लेने के मामले पर समीक्षा कर रहा है l शायद ही कभी किसी ने डीजी मुकेश गुप्ता को सर्विस रिवाल्वर के साथ वर्दी में देखा होगा | इधर वाहन वापस लिए जाने का आदेश जारी होने के साथ ही पुलिस अब इस खोजबीन में जुट गई है कि क्या कभी मुकेश गुप्ता को कोई सर्विस रिवाल्वर इशु की गई थीं | यदि ऐसा हुआ है तो गुप्ता से सर्विस रिवाल्वर वापस लेने की कार्रवाई भी अब-तब में संभावित है |
दरअसल मुकेश गुप्ता को सरकार ने नान घोटाला और फोन टैपिंग मामले में आरोपी पाए जाने के बाद से निलंबित कर दिया है | दोनों ही मामले में गुप्ता के खिलाफ EOW में FIR भी दर्ज है | निलंबन के बाद गुप्ता को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया है | गौरतलब है कि नियमानुसार कोई भी निलंबित पुलिस अफसर न तो सरकारी वाहन का उपयोग कर सकता है और न ही सर्विस रिवाल्वर अपने साथ रख सकता है | निलंबन अवधि में उसे केवल जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होती है और निर्धारित जगह पर आमद देनी होती है |
आवश्यक होने पर ही मिलेगी सुरक्षा
पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी की ओर से निर्देश जारी होने के बाद पुलिस यह भी पता लगा रही है कि गुप्ता की सेवा में कुल कितने गनमैन की ड्यूटी लगाई गई थी | पुलिस महानिदेशक का कहना है कि निलंबन के बाद जैसे ही उन्हें यह पता चला था कि चार गनमैन ड्यूटी बजा रहे हैं तो दो गनमैन को वापस भेज दिया गया था, लेकिन अगर और कहीं कोई तैनात है तो उसे समीक्षा के बाद वापस भेज दिया जाएगा | यदि सुरक्षा देना आवश्यक लगा तभी सुरक्षा दी जाएगी |
बता दे कि 25 अप्रेल को जब मुकेश गुप्ता को पूछताछ के लिए EOW बुलाया गया था तो वे सरकारी वाहन से पहुँचे थे | साथ में उनके एक गनमैन भी था | मतलब आरोपी होने के बाद भी मुकेश गुप्ता टशन के साथ वहाँ पहुँचे और पूछताछ में उसी अंदाज में शामिल भी हुए | मुकेश गुप्ता ने गाड़ी से उतरकर फिल्मी अंदाज में फोटो खिंचवाई थीं और रौब झाड़ते हुए कहा था- आप लोगों ने मेरा काम देखा है और अब देखिए क्या हो रहा है | इसके बाद सरकार ने तत्काल गुप्ता के खिलाफ एक्शन लिया और सरकारी वाहन की सुविधा छिन ली |