दो दिन पहले नक्सली हमलें में मारे गए दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी भी अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान करने पहुंची । पत्नी ओजस्वी ने अपने सास-ससुर, ननद समेत परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व अपना योगदान दिया | पिता को अपने बेटे का गम और पत्नी को पति को खोने के दुख के आंसू थमे भी नहीं थे | परिवार ने इस दुख की घड़ी में भी मजबूत लोकतंत्र के लिए अपने नागरिक अधिकारों को भूले नहीं और नम आंखों से वोट डालने मतदान केन्द्र पहुंच गए | मंडावी के पिता और उनकी पत्नी ओजस्वी मंडावी लाइन में लगकर अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए वोट डाला | दिवंगत मंडावी की धर्मपत्नी ओजस्वी ने बताया की दुख की इस घड़ी में पूरा परिवार उनके साथ है । परिवार के सभी सदस्यों ने मतदान कर स्व मंडावी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है । उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वे अपने पति के अधूरे कामों को पूरा करेंगी । लोकतंत्र की यह एक ऐसी घटना थी जिसका गवाह वहां मौजूद लोगों के साथ बस्तर भी बना जो उन लोगों के लिए एक उदाहरण है, जो लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते और उनके लिए भी जो मजबूत लोकतंत्र के लिए अपने मताधिकारों का इस्तेमाल नहीं करते |
गौरतलब है कि 9 अप्रैल की शाम नक्सलियों ने नकुलनार में BJP के दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर IED ब्लास्ट कर दिया था | जिसमे विधायक समेत चार जवान शहीद हो गए थे |