दिल्ली | केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में जनगणना भवन की आधारशिला रखी | अमित शाह ने इस दौरान कहा कि जनगणना की पूरी बिल्डिंग ग्रीन होगी, भारत में ग्रीन बिल्डिंग के कॉन्सेप्ट को अपनाने की जरूरत है | नई जनगणना का ब्योरा इसी बिल्डिंग के माध्यम से रखा जाएगा | उन्होंने कहा कि जनगणना देश के भविष्य के विकास की योजना बनाने का आधार होती है | जिसके लिए जन भागीदारी की जरूरत है | 1865 से अब तक 16वीं जनगणना होने जा रही है |
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कई बदलाव और नई पद्धति के बाद आज जनगणना डिजिटल होने जा रही है | अमित शाह ने कहा कि 2021 में जो जनगणना होगी, उसमें मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा | इसमें डिजिटल तरीके से आंकड़े उपलब्ध होंगे | उनके मुताबिक जितनी बारीकी से जनगणना होगी, देश के अर्थतंत्र को मजबूत करने में उतनी ही मदद मिलेगी | केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 2014 में मोदी सरकार आई तो हमारे सोचने की क्षमता में बदलाव आया | यहीं से जनगणना के रजिस्टर के सही उपयोग की शुरुआत हुई | इसका सबसे बड़ा उदाहरण “उज्ज्वला योजना” है | इसके जरिए ये पता चला कि कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां 93 प्रतिशत लोगों के पास गैस नहीं थी | डिजिटल तरीके से जब काम किया गया तो लोगों को गैस सिलेंडर सही तरीके से मिलने लगे |
अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार 22 योजनाओं का रेखांकन जनगणना के आधार पर कर रही है | “बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ” की योजना भी इसी जनगणना के आंकड़ों के आधार पर निकली, जिस पर सही से काम किया जा रहा है | उन्होंने कहा कि जनगणना को संपूर्ण बनाने के लिए 16 भाषाओं को रखा गया है, जिससे लोग अपनी जानकारी सही तरीके से दे सकें | उन्होंने कहा कि डिजिटल जनगणना होने से आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक कार्ड समेत सभी कार्ड एक जगह आ जाएंगे | जिसके जरिए सब कुछ सही तरीके से हो सकता है | हालांकि इस पर अभी काम नहीं किया जा रहा है लेकिन जनगणना के डिजिटल होने से यह काम आसानी से हो सकता है | शाह ने कहा कि सरकार अब तक हुई सभी जनगणनाओं में सबसे ज्यादा खर्च इस बार करने जा रही है | जनगणना में सरकार इस बार लगभग 12 हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है |

