नक्सलियों ने निलावाय इलाके में बड़ी संख्या में चुनावी विरोधी पर्चे फेंके है | पर्चो के माध्यम से नक्सलियों ने लोगों से वोट ना देने की अपील की है | पर्चे मिलने की सूचना की बात मौके पर पहुँची फोर्स से इलाके की सघन सर्चिंग की और पर्चो को अपने कब्जे में ले लिया | नगर के इतने पास फेके गए नक्सल पर्चें से आम जनता में भय व्याप्त है । नक्सलियों ने फेखे गये पर्चो में 12 लाख आदिवासियों को पट्टे के बहाने जमीन से बेदखल करने का आरोप लगाया है | लोकसभा चुनाव को फर्जी बताते बहिस्कार करने की अपील की गई है | राज्य में कांग्रेस सरकार के आते ही ताड बल्ला एवं गोईडेलगुड़ा में 13 लोगो की हत्या करने की बात लिखी गई है | दरभा डिवीजन कमेटी द्वारा फेंके गये पर्चो में | स्वतंत्र कश्मीर के लिये संघर्ष,करने,जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट पर प्रतिबंध लगाना ब्रम्हणीय हिंदुत्व पर कार्यवाही का हिस्सा बताया है |
बताया जा रहा है की अरनपुर थाना क्षेत्र के नीलावाया मार्ग पर ये बैनर पोस्टर लगाए गए थे , जिसे सर्चिंग पर निकली फोर्स ने बरामद कर जब्त कर लिया । यह वही इलाका है जहाँ 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरन दूरदर्शन की टीम पर हमला हुआ था जिसमे कैमरा में सहित 3 जवान शहीद हो गये थे | इसके पूर्व नक्सलियों ने वर्ष 2012 में कोण्डागांव में नक्सल पर्चा फेका था, अब लगभग 7 साल बाद फिर नक्सलियों के नगर के पास उपस्थिति दर्ज करने से आम लोगों में भय व्याप्त है। आपको बतादें कि लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत बस्तर लोकसभा सीट के लिए 11 अप्रैल यानी गुरुवार को मतदान होगा । नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों में शांति और सुरक्षापूर्ण मतदान चुनौती बनी हुई है । वहीं नक्सली भी लगातार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं । ऐसे में नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने से पूरी सुरक्षा जवान सतर्क है ।
भूपेश सरकार पर लगाया फर्जी मुठभेड़ का आरोप
नक्सलियों ने हाल ही में हुई मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए भूपेश सरकार पर आरोप लगाए हैं । बैनर और पोस्टर में लिखकर कहा गया है कि भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में ताड़बल्ला और गोरडेलगुड़ा में फर्जी मुठभेड़ की गई । इनमें नक्सलियों ने अपने 13 साथियों के मारे जाने का जिक्र भी किया है ।