दस माह में तीन बार विभाग बदलने के मामले छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल ने डॉ पुनीत गुप्ता को नोटिस भेज एक माह के अंदर मांगा जवाब |

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 डीकेएस अस्पताल के पूर्व अधीक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता  की डिग्री अब सवालों के घेरे में है । पं. जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले डॉ पुनीत गुप्ता ने रेडियोथैरेपी की पीजी सीट पर दाखिला लिया था । इसे छोड़ सर्जरी, सर्जरी को भी छोड़ मेडिसीन में दाखिला ले लिया । ये सब कुछ नियमों के विरुद्ध था । तब डॉ पुनीत गुप्ता के पिता डॉ. जीबी गुप्ता मेडिसीन विभागाध्यक्ष थे । उन्होंने  10 महीने में 3 बार पीजी सबजेक्ट बदले | अब इस मामले में छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल ने  10 महीने में 3 बार पीजी सबजेक्ट बदलने के मामले में नोटिस भेज एक महीने के भीतर जवाब मांगा है |    


एक ही मोबाईल नंबर से रजिस्टर्ड  दो संस्थान से 42 लाख का फर्नीचर खरीदा 

जैसे-जैसे अस्पताल के भीतर से पर्दा उठते जा रहा है वैसे-वैसे  डॉ पुनीत गुप्ता के काले कारनामों का भी खुलासा होते जा रहा है |  डॉ पुनीत गुप्ता ने अस्पताल के भीतर ऊपरी मंजिल में  एक लग्जरी मूवी हॉल बना रखा था |  यही नहीं यहां बड़ी संख्या में फर्नीचर भी खरीद लिए गए हैं जो कबाड़ की तरह पड़े हुए हैं |  ये और बात है कि अस्पताल में कई ऐसी जगह भी जहां लोगों के लिए बैठने के लिए जगह ही नहीं है |  फिलहाल यहां लगी लग्जरी कुर्सियां धूल खा रही है |

गौरतलब है कि  डीकेएस प्रबंधन ने ऐसे दो संस्थान से 42 लाख का फर्नीचर खरीदा है जो एक ही मोबाईल नंबर से रजिस्टर्ड है |  इसमें 21 लाख 64 हजार का फर्नीचर मेसर्स ड्रालिया इंटरप्राइजेस से, वहीं 21 लाख 97 हजार से ज्यादा फर्नीचर मेसर्स इंडस्ट्रियल कॉपरेशन से खरीदा गया है | यानी ये साफ है कि ये दोनों व्यक्ति एक ही परिवार के हैं |  सिर्फ दिखाने लिए दो फर्म का नाम शो किया गया है |  जबकि सीएसआईडीसी में 150 से ज्यादा संस्था रजिस्टर्ड है | डीकेएस के वर्तमान अधीक्षक के.के. सहारे के मुताबिक मोटी रकम खर्च कर फर्नीचर खरीदी गई है जो जरूरत से ज्यादा है |  फिलहाल इस मामले में जांच जारी है, जांच रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी |