ब्यूरो डेस्क / भोपाल और इंदौर में उन नेताओं और अफसरों का चेहरा सामने आने लगा है , जो हनीट्रैप में फंसे है | भले ही SIT किसी भी वायरल वीडियों और हनीट्रैप की पुष्टि ना कर रही हो | लेकिन जिस तरह से उन नेताओं की तस्वीरें और वीडियों सामने आ रहा है , उससे साफ़ है कि SIT के गठन के पूर्व ही रायता फ़ैल गया | सूत्र बता रहे है कि SIT के गठन के पूर्व ही हनीट्रैप के कई वीडियों पहले उन पुलिस कर्मियों के हाथ लगे , जो छापेमारी में सक्रिय थे | इस दौरान जब्त कई दस्तावेज , फोटोग्राफ्स और वीडियों पुलिस कर्मियों और पत्रकारों के अलावा कई प्रभावशील लोगों के हाथ में लग गए | SIT के गठन के बाद हनीट्रैप को लेकर जरूर गोपनीयता बरती जा रही है | लेकिन जिनका भांडा फूट चूका है , उन्हें असहज दौर से गुजरना पड़ रहा है | वायरल वीडियों और तस्वीरों को लेकर SIT भले ही लाख इंकार करे लेकिन बाजार में रोजाना नए नेताओं और अफसरों की सनसनीखेज दास्तान सामने आ रही है | इन दिनों हनीट्रैप के एक वारयल वीडियों में दावा किया जा रहा है कि वो मध्यप्रदेश के एक पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता का है | हालांकि नेताजी मौजूदा हालात को देखने से पहले ही स्वर्ग सिधार चुके है | दावा तो यह भी किया जा रहा है किइसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ के पंछियों की मूवी भी लॉन्चिंग पैड पर है | छत्तीसगढ़ में हनीट्रैप के पहले ट्रेलर में उन नेताओं की ज्यादा संभावना जताई जा रही है , जिनका नाम पंछियों की कोड सूची में वायरल हुआ था | सूत्र इस कड़ी में बता रहे है कि हनीट्रैप में फंसे नेताजी उज्जैन में महाकाल के दर्शन के नाम पर अक्सर या कहे कि हर माह भोपाल और इंदौर की उड़ान भरते थे | लेकिन हनी का स्वाद लेने से भी नहीं चूकते थे | छत्तीसगढ़ के पंछियों की मूवी बता रही है कि मामला मुंह में राम और बगल में छुरी की तर्ज पर था | जाहिर है कि आने वाले दिनों इन पंछियों को लेकर प्रदेश में भी बवाल मचने वाला है |

छत्तीसगढ़ में चित्रकूट विधान सभा उपचुनाव की सरगर्मियों के बीच उन नेताओ को लेकर राजनैतिक दल पेशोपेश में है ,जिनका नाम हनीट्रैप में आ रहा है | बीजेपी और कांग्रेस समेत अन्य राजनैतिक दलों की निगाहें छत्तीसगढ़ के पंछियों पर आकर टिक गई है | हनीट्रैप में फंसे इन नेताओ में ज्यादातर नेता एक पार्टी विशेष के बताए जा रहे है | जानकारी के मुताबिक प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के कई नेता आशंका जाहिर कर रहे है कि चित्रकूट विधान सभा उपचुनाव में इन पछियों को आगे करना पार्टी के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है | नाम ना जाहिर करने की शर्त पर इन नेताओ का कहना है कि छत्तीसगढ़ के इन पंछियों की काली करतूतों की वजह से सिर्फ बस्तर ही नहीं संपूर्ण आदिवासी इलाको में बीजेपी की साख में बट्टा लगा है | नेताओ के मुताबिक चित्रकूट विधान सभा उपचुनाव में छत्तीसगढ़ के पंछियों को मुद्दा बनाकर कांग्रेस हमलावर रुख अपना सकती है | इन नेताओ को आशंका है कि जिस तरह से मध्यप्रदेश में बीजेपी के एक के बाद एक नेताओ का हनीट्रैप में कभी वीडियो तो कभी नाम सामने आ रहा है ,उसका असर देश भर में पड़ रहा है | ऐसे में छत्तीसगढ़ अछूता कैसे रह सकता है ? छत्तीसगढ़ के पंछियों को लेकर पार्टी के कई नेता सतर्कता बरतने पर जोर दे रहे है | उन्हें अंदेशा इस बात का है कि हनीट्रैप मामले में छत्तीसगढ़ के पंछियों का नाम सुर्ख़ियों में है | भले ही कोड वर्ड में हो ,लेकिन उन नेताओ के अक्सर इंदौर और भोपाल के भ्रमण का नतीजा जिस तरह से जनता के सामने आ रहा है , वो उपचुनाव में पार्टी पर भारी पड़ सकता है |
उधर बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का हनीट्रैप में पहले नाम आने और फिर उनका अश्लील वीडियो वायरल होने से पार्टी पशोपेश में है | हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी नेताओ की नीली वीडियो वायरल हुई है | इसके पूर्व भी पार्टी के कई नेता कभी अन्य हनीट्रैप में तो कभी बुलट्रैप में पुरुषो के साथ यौन संबध स्थापित करते नजर आए है | इस कड़ी में कुछ वर्ष पूर्व राज्य के तत्कालीन वित्त मंत्री राघो जी और हाल ही में उज्जैन के संगठन मंत्री प्रदीप जोशी के वायरल वीडियो की दलीले पेश की जा रही है | नेताओं के चाल-चलन को लेकर राजनैतिक गलियारों में पहले बुलट्रैप में फंसे नेताओं की चर्चा जोरो पर थी ,लेकिन अब जोर हनीट्रैप का है | बताया जा रहा है कि जल्द ही छत्तीसगढ़ के पंछियो की उड़ान भी सामने आने वाली है | सूत्र बता रहे है कि हनीट्रैप के जानकारों ने उन पंछियों की चुनिंदा तस्वीरों को लॉन्चिंग पेड़ पर डाल दिया है | ताकि लोग हनीट्रैप के छत्तीसगढ़ संस्करण से भी वाकिफ हो सके | हनीट्रैप के जानकार तो यह भी बता रहे है कि SIT के अफसरों ने छत्तीसगढ़ के पंछियों से संपर्क साधा है | इसमें दो अलग- अलग पंछियों के ओएसडी की राय ली गई है | सूत्र बताते है कि हनी का बंदोबस्त रायचंद की सलाह मशविरा होने के बाद ही तय होता था |
क्या हनी ट्रैप के वीडियो सुनियोजित तरीके से लीक किये जा रहें हैं ? यदि हाँ तो किसकी मिलीभगत से ? इसे लेकर कयासों का दौर जारी है | इंटरनेट और व्हाट्सअप पर इन दिनों एक वीडियो जंगल में लगी आग की तर्ज पर फैल रहा है | उसमें दिखने वाला शख्स मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम की तरह दिखता है व युवती हनी ट्रैप में शामिल मेंबर की तरह । हालाँकि न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ना तो इस वीडियो की सत्यता की कोई पुष्टि करता है और ना ही छत्तीसगढ़ के पंछियों की सूची की | बावजूद इसके यदि ये वीडियो सच है तो फिर भविष्य में और कितने नेता और अफसरों के हनीट्रैप उजागर होंगे ? इसे लेकर राजनैतिक और मीडिया के गलियारे में मंथन का दौर जारी है |