सुकमा धर्मेन्द्र सिंह [Edited By: शशिकांत साहू]
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में करीब ढाई किमी सड़क निर्माण के लिए ढाई साल से ज्यादा का वक्त लग गया , लेकिन निर्माण आज भी अधूरा ही है | ऐसा नहीं है कि यह सड़क नक्सल प्रभावित इलाके में है बल्कि यह सड़क जिला मुख्यालय में है और एनएच से पावरास को जोड़ती है | आए दिन धूल से परेशान वार्डवासियों ने कलेक्टर से मिलकर शिकायत दर्ज की है | शिकायत के बाद अब कलेक्टर ने सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने की बात कही है |
एनएच 30 से पावरास को जोड़ने वाली सड़क निर्माण कार्य का आदेश 5 अक्टूबर 2016 को पारित हुआ था | निर्माण को पूरा करने की अंतिम तिथि 15 माह की थी यानि 5 मार्च 2018 का करना था | लेकिन आज भी सड़क निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है | लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 2.8 किमी डामर का निर्माण कार्य करना था, जिसकी लागत 591.34 लाख है | ठेकेदार जितेन्द्र कुमार सिंह ने 21.60 प्रतिशत कम एसओआर पर अनुबंध किया है |
वार्डवासियों ने बताया कि ठेकेदार ने सड़क निर्माण के नाम पर केवल गिट्टी बिछा दी है | लेकिन उस गिट्टी पर ना तो पानी डाला गया है और ना ही रोलर से दबाया गया है | बीते दो साल से गिट्टी डालकर सड़क निर्माण को ऐसा ही छोड़ दिया गया है | अब यहां से गुजरने वाली वाहनों से धूल के गुब्बारे उड़ रहे है | यहां तक कि लोगों को खांसी और दमा जैसी बीमारियों की शिकायत भी होने लगी है | वहीं गिट्टी उछलने से कई बार लोग घायल भी हो रहे है वही ग्रामणो के घर मे खाना और पानी मे भी धूल गिर रहा है | अधूरे सड़क निर्माण से परेशान स्थानीय लोगों ने कलेक्टर चुंदन कुमार से शिकायत की है | ग्रामीणों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया है | इस मामले में कलेक्टर चंदन कुमार का कहना है कि पावरास के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर ज्ञापन दिया है | सड़क निर्माण कार्य में क्यो देरी हो रही है इसका संबंधित विभाग से जानकारी ली जाएगी | सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश विभाग को दिया जाएगा |