डीजीपी डीएम अवस्थी ने किया पुलिस निरीक्षक और प्रधान आरक्षक को किया निलंबित |

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DGP डीएम अवस्थी ने धमतरी जिले के थाना कोतवाली, धमतरी में पदस्थ पुलिस निरीक्षक उमेंद टंडन और प्रधान आरक्षक उत्तम निषाद के विरूद्ध भ्रष्टाचार की शिकायत पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है | निलंबन अवधि में इन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी | निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय रक्षित केन्द्र धमतरी नियत किया गया है | उन पर आरोप है कि धमतरी कोतवाली टीआई रहते उमेद टंडन ने ग्रामीणों से चिटफंड कारोबारियों से कार्रवाई करने के एवज में पैसे की डिमांड की थी । कमाल की बात ये रही कि पैसे लेने के बावजूद चिटफंडियों पर टीआई ने कार्रवाई नहीं की । आरोप के मुताबिक कुछ दिन पहले शिकायत करने के लिए जब थाने अभिकर्ता और ग्रामीण पहुंचे, तो चिटफंड संचालकों से पैसा वापस दिलाने के नाम पर पैसे की डिमांड की गयी । कुल 60 हजार रुपये में पूरा मामला तय हुआ, लेकिन पैसा ग्रामीण व अभिकर्ता 30 हजार रुपये ही जुटा सके। टीआई ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की ।

मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के पास ग्रामीणों ने शिकायत की थी, जिसके बाद गृहमंत्री ने इस मामले में डीजीपी को कार्रवाई के निर्देश दिये । डीजीपी ने प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाया, जिसके बाद भ्रष्टाचार मामले में टीआई और प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया । डीजीपी के हस्ताक्षर से ये आदेश जारी किया गया है। निलंबित आधिकारियों में टीआई उमेंद टंडन और प्रधान आरक्षक उत्तम निषाद थाना कोतवाली में पदस्थ है ।