डीआरजी के जवान कैलाश नेताम की मौत हार्ट अटैक से नहीं , गोली लगने से हुई थी | 

0
5

दंतेवाड़ा / कल मंगलवार सुबह कटेकल्याण के पिटेडब्बा के पास हुई पुलिस और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में जिस जवान की मौत की शुरुआती वजह पुलिस के आला अधिकारियों ने हार्टअटैक बताई गई थी, देर शाम होते होते पुलिस ने चिकित्सकों के हवाले से बताया कि जवान की मौत गोली लगने से हुई थी। बता दे कीं इस मुठभेड़ में जवानों ने एक वर्दीधारी नक्सली और कटेकल्याण एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 26 का डिप्टी कमाण्डर देवा मुचाकी को मार गिराया गया था | इसमें गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस दो दिनों में दो तरह की बाते कह रही है कल जवान की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया था आज नक्सली की गोली लगना बताया जा रहा है ।

कल तक बताया जा रहा था कि मुठभेड़ में शामिल जवान कैलाश नेताम की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है, उसने इलाज के लिए अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। लेकिन अब पुलिस ने अपना बयान बदल लिया है। पुलिस अब नक्सलियों की गोली से जवान को शहीद होना बता रही है। अब ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस क्या कुछ छिपाना चाह रही है ? या फिर अपनी गलती सुधारने की कोशिश कर रही है।

यही नहीं मुठभेड़ के बाद शहीद जवान कैलाश नेताम के पार्थिव शरीर को जंगल से निकालने के बाद मारे गए नक्सली के साथ ही पॉलीथीन में लपेटकर लाया गया था |  जवान को इतना भी सम्मान नहीं दिया गया कि उसे किसी अन्य वाहन या एम्बुलेंस में लेकर आया जाए | इतना ही नहीं मंगलवार दोपहर पार्थिव शरीर शहर में पहुंचने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया | क्योंकि दशहरा होने के कारण सभी डॉक्टर छुट्टी पर थे |