डकैत डीजी मुकेश गुप्ता गिरफ्तारी के भय से दिल्ली के घर से ” रातो रात ” फरार , ” छत्तीसगढ़ महतारी ” के इस गुनहगार को धर दबोचने ” दिल्ली ” पहुंची, पुलिस |

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नये नये बहाने लेकर EOW में अपने बयान दर्ज कराने से बच रहे निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में उसके ” घर ”  पर दबिश दी है | लेकिन यह आरोपी अपने घर पर मौजूद नहीं पाया गया | आरोपी मुकेश गुप्ता के परिजनों से बातचीत कर दुर्ग पुलिस की टीम ने अब कुछ नए ठिकानों का रुख किया हैं | उसे इनपुट मिला है कि ” छत्तीसगढ़ महतारी ” का यह ” कुख्यात गुनाहगार ” दिल्ली में ही अपने गिरोह के सदस्यों के यहाँ शरण लिए हुए है | अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वो नए मोबाइल नम्बरो का इस्तेमाल कर रहा है | ठीक, वैसे ही जैसे पेशेवर अपराधी और गुंडे बदमाश किया करते है | ” चोर – पुलिस ” के बीच चल रही इस ” आँख मिचौली ” के जल्द ही पटाक्षेप होने के आसार है |             

छत्तीसगढ़ कैडर के निलंबित, कुख्यात और डकैत डी.जी. मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी को लेकर  जैसे ही दुर्ग पुलिस का दस्ता दिल्ली पंहुचा , वैसे ही आरोपी मुकेश गुप्ता ने ” पुलिस महकमे ” और राज्य सरकार पर दबाव  बनाने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा की आत्महत्या की जांच के लिए ” एस.आई.टी.”  के गठन की मांग छेड़ दी | दरअसल आरोपी मुकेश गुप्ता ने उसके खिलाफ  EOW की कार्यवाही होते देख  पुलिस के एक अधिकारी पर अनुचित दबाव बनाने के लिए इस प्रकरण को राजनैतिक रंग देने की मुहिम छेड़ी है | इसके लिए  राजनैतिक और पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े कई लोगो को मोटी रकम देने की चर्चा है |  बताया जा रहा है कि आरोपी मुकेश गुप्ता के  बचाव के लिए उसका गिरोह भी पूरी तरह से मैदान में उतर आया है | उधर इस कुख्यात आरोपी की धरपकड़ के लिए दुर्ग पुलिस के आधा दर्जन कर्मियों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है | इस दस्ते ने आरोपी के घर समेत कुछ एक ठिकानों में दबिश भी दी है | लेकिन ” छत्तीसगढ़ पुलिस ”  के दिल्ली पहुंचने की सूचना आरोपी मुकेश गुप्ता को पहले ही लग चुकी थी | लिहाजा उसने फ़ौरन अपने गोपनीय ठिकानों का रुख कर लिया था | अब यह आरोपी दिल्ली से ही अपने बचाव की  आखरी चाल, चल रहा है | बताया जाता है कि दिल्ली के छतरपुर और रोहिणी इलाके में इस आरोपी ने छत्तीसगढ़ के ही एक पूर्व अफसर के ठिकाने में शरण ली हुई है | इसी ठिकाने से उसने राहुल शर्मा आत्महत्या प्रकरण को हवा देने की कोशिश की |   


          गौरतलब है कि दिनांक 12.03.12 को बिलासपुर जिले के तत्कालीन एसपी राहुल शर्मा ने स्थानीय ” पुलिस मेस ”  में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी | मौके पर ही उनकी मौत हो गयी थी | इस मामले की सीबीआई जांच भी हुई थी | सीबीआई ने मामले की पूरी तहकीकात कर इस प्रकरण को विशुद्ध आत्महत्या का मामला करार दिया था | बाकायदा अदालत में चालान पेश कर सीबीआई ने प्रकरण को  खत्म किया था | बताया जाता है कि बिलासपुर के तत्कालीन ” आईजी ” पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष दबाव बनाने के लिए आरोपी  मुकेश गुप्ता ने अपने बचाव में सरकार की यह आखरी घेराबंदी करने की कोशिश की है | EOW ने इस कुख्यात आईपीएस अधिकारी के खिलाफ कई महत्वपूर्ण दस्तावेजी प्रमाण और सबूत इकठ्ठा किये है | इन सबूतों से जाहिर होता है कि आरोपी मुकेश गुप्ता ने खांकी वर्दी का दुरूपयोग कर, ना केवल दो हजार करोड़ से ज्यादा की चल अचल संपत्ति अर्जित की बल्कि उसने कई सरकारी नियम कायदो का अपराधियों की तर्ज पर बड़े पैमाने पर उल्लंघन भी किया था | आरोपी मुकेश गुप्ता अपने खिलाफ दर्ज मामलो को कमजोर करने के लिए ” छत्तीसगढ़ सरकार ”  पर भी अनुचित दबाव बनाने  की कवायत में जुटा है | 


              दरअसल उसे EOW में दर्ज दो अलग अलग FIR में अपने बयान दर्ज कराने में पसीना छूट रहा है | इन दोनों ही मामलो में ACB के तत्कालीन एस.पी. रजनेश सिंह समेत अन्य पुलिस अफसरों ने  इस कुख्यात आरोपी के खिलाफ मय सबूत अपने बयान दर्ज कराये है | ऐसे में अपने बचाव में आरोपी मुकेश गुप्ता की ” बोलती बंद ”  है , लिहाजा उसने एक बार फिर राहुल शर्मा आत्महत्या प्रकरण का राग छेड़ा है | इधर ” अवैध फोन टेपिंग”  और ”  नान घोटाले ”  को लेकर अपने बयान दर्ज कराने में ” हीला हवाली ”  करने के चलते दोनों ही मामलो की जांच प्रभावित हो रही है | इन दोनों मामलो के अलावा दुर्ग जिले के सुपेला थाने में आरोपी मुकेश गुप्ता के खिलाफ धारा 420 , 421 , 409 ,467 ,471 और 201 के तहत दर्ज प्रकरण में भी उसकी गिरफ्तारी में ही रही लेट लतीफी से ” पुलिस महकमा ” सवालों के घेरे में है | 


              बताया जाता है कि पुलिस कर्मियों के दुर्ग से दिल्ली रवाना होने की जानकारी जिले में तैनात  एक संदिग्ध पुलिस अफसर ने आरोपी मुकेश गुप्ता को दो दिन पहले ही दे दी थी | लिहाजा यह कुख्यात आरोपी दिल्ली स्थित अपने ठिकाने से रातो रात भाग निकला | हालांकि उसके मोबाइल नम्बरो से उसकी लोकेशन भी पुलिस को प्राप्त हुई , लेकिन दुर्ग पुलिस की ओर से इस बाबत कोई ” दिशा निर्देश ”  दिल्ली पहुंचे दस्ते को नहीं प्राप्त हुए | इसके चलते पुलिस कर्मियों के हाथ इस कुख्यात आरोपी के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाए | उम्मीद की जा रही है कि ” छत्तीसगढ़ महतारी ” का यह गुनहगार जल्द ही हवालात की सैर करेगा |