छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले का युवराज बांग्लादेश के कुरिग्राम जिले के जेल में बंद होने की जानकारी प्राप्त हुई है, आरोप है वह अवैध रूप से सीमा पार करते हुए पकड़ा गया था, इस आरोप में सजा काट रहा है । युवराज के साथ जेल में बंद उसके ही किसी साथी ने बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग को इसकी जानकारी दी । मामले की सूचना मिलते ही भारतीय उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से इसी सप्ताह छत्तीसगढ़ सरकार से युवराज के नागरिकता के बारे में जानकारी मांगी थी। शासन को युवराज की नागरिकता के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब भेज दिया गया है | जानकारी के बाद, परिजनों, एसपी और कलेक्टर व पुलिस ने जो भी जानकारियां दीं हैं | उससे ये अभी तक पूरी तरह से रहस्य है कि आखिरकार वह बांग्लादेश कैसे पहुंच गया, युवराज किसके साथ बार्डर तक पहुंचा था और सरहद पार क्यों कर रहा था? इन सभी रहस्यों से तब ही पर्दा उठेगा जब युवराज वापस आएगा ।
दरअसल युवराज के लापता होने के संबंध में भाटापारा पुलिस का कहना है कि युवराज पिछले साल 13 जुलाई को घर से ससुराल जाने की बात कहकर निकला था । एक दिन बीत जाने के बाद युवराज ससुराल नहीं पहुंचा तो उसकी पत्नी ने थाने में लापता होने की सूचना दी । पुलिस ने उसकी काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया ।
गौरतलब है कि बलौदाबाजार के भरसेना निवासी पुनीराम सतनामी का 35 वर्षीय बेटा युवराज करीब 8 माह पहले लापता हुआ था । परिजनों का कहना है कि वह न तो किसी से नाराज था और न ही उदास । उसे काम की भी तलाश नहीं थी लेकिन वह बांग्लादेश की सीमा पर कैसे पहुंचा, इसकी जानकारी नहीं है । युवराज के पिता खेती-किसानी कर परिवार की आजीविका चलाते हैं । बलौदा बाजार कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के मुताबिक भारतीय हाई कमीशन के माध्यम से एक युवक को जेल में बंद किए जाने की जानकारी के लिए पत्र प्राप्त हुआ । जिस पर जिलाधीश बलौदा बाजार ने शासन को पत्र लिखकर इस मामले की जानकारी दे दी । जिस पर हाई कमिश्नर ने भी विदेश मंत्रालय को पूरे मामले से अवगत करा दिया है ।
