प्रेम प्रकाश शर्मा
जशपुर | जशपुर की माटी ने प्रदेश और देश को खेल जगत में कई प्रतिभावन खिलाड़ी दिए है । यहां का पर्यावरण खेल के लिए अनुकूल है । जिसके कारण जशपुर की खेल जगत में अपनी एक पहचान है। बच्चें चाहे तो अपने उज्जवल भविष्य हेतु खेल को भी अपना कैरियर बना सकते है । उक्त विचार जिला कलेक्टर एवं संघ के संरक्षक निलेश महादेव क्षीरसागर ने जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिला बैडमिंटन संघ द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर के समापन समारोह में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जशपुर में खेल प्रतिभाओं की पर्याप्त उपलब्धता है, लोगो की रूचि खेल के प्रति भरपूर है । बस उन्हें खेल के आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराकर तराशने की आवश्यकता है । जिला बैडमिंटन संघ द्वारा नगर के छात्र/छात्राओं हेतु 45 दिवसीय बैडमिंटन शिविर लगाकर उनके फिटनेस और बैडमिंटन खेल की तकनीक से अवगत कराकर निरंतर अभ्यास कराया गया है । जिसका लाभ निश्चित रूप से खिलाड़ियों को मिलेगा। यहां के बच्चों का बैडमिंटन खेल के प्रति समर्पण एवं लगाव प्रशंसनीय है, 60 से ज्यादा बच्चों की लगातार प्रशंसनीय शिविर में सहभागिता इस बात का प्रमाण है । इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अध्यक्ष जिला बैडमिंटन संघ राजेन्द्र कुमार कटारा ने कहा कि काफी खुशी की बात है कि जशपुर जिला मुख्यालय में बैडमिंटन खेल हेतु इतनी अच्छी सुविधा उपलब्ध है । जिला प्रशासन द्वारा यहां खेल संसाधनों की उपलब्धता हेतु हर संभव प्रयास किया जाएगा । कार्यक्रम में संघ के सचिव विनोद गुप्ता ने बैडमिंटन समर कैम्प की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और आश्वस्त किया कि जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन एवं सहयोग से बैडमिंटन खेल के बेहतर प्रशंसनीय एवं खेल सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा ।
ग्रीष्मकालीन शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के बीच बैडमिंटन एकल एवं युगल प्रतियोगिता भी कराई गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने विजेता और उपविजेता खिलाडियों को मोमेटों एवं प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया । कार्यक्रम में जिला कमांडेंट सी.आर.पी.एफ., सी.एम.ओ. सी.आर.पी.एफ. जिला बैडमिंटन संघ के कोषाध्यक्ष डाॅ. अनुरंजन टोप्पो, सह सचिव संजीव शर्मा, पुरुषोत्तम बनर्जी, प्रदीप चैरसिया, कानूनी सलाहकार सत्यप्रकाश तिवारी, आलोक राय, कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र गुप्ता, राजेश मिश्रा सहित खिलाड़ी एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे ।