उपेंद्र डनसेना /
रायगढ़ | धरमजयगढ़ वन मंडल में एक हाथी लोगों के लिए दहशत का कारण बना हुआ है । पिछले कई माह से वह हाथी अपने सामने आने वाले की जान ले रहा है, तो रात के दौरान किसी न किसी गांव में पहुंच कर घरों को क्षतिग्रस्त करने में लगा है । सोमवार की रात को जहां उस हाथी ने करीब नौ घरों को क्षतिग्रस्त किया था । वहीं बीते रात औरानारा बीटगार्ड के मकान को मामूली रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया । हांलाकि उससे कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन हाथी की मौजूदगी को देखकर लोगों में डर का माहौल बना हुआ है ।
जानकारी के मुताबिक पिछले करीब दो माह से एक हाथी छाल वनपरिक्षेत्र में डर का प्रयाय बना हुआ है । यह हाथी एक जंगल से दूसरे जंगल विचरण कर रहा है और जो भी इसके सामने आ रहा है । वह उस पर हमला कर उसे मार डाल रहा है । पिछले दिनों एक वन रक्षक व ग्रामीण को भी इसने कुचलकर मार डाला था । वहीं सोमवार की रात को चुहकीमार गांव में पहुंच कर करीब नौ घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया था । अब कल रात छाल वन परिक्षेत्र के ग्राम औरानारा गांव तक पहुंचा और यहां औरानारा बीटगार्ड के मकान को मामूली रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया । बताया जा रहा है कि यह अकेला हाथी रात के समय गांव तक पहुंच रहा है । हांलाकि वन अमला इस पर निगरानी कर रहा है, लेकिन रात के दौरान यह अंधेरे में जंगल से निकल कर गांव तक पहुंच रहा है ।
पेड़ से दबा कर फेंसिंग तार तोड रहा
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस अकेले हाथी को जंगल में ही रोकने के लिए तीन कक्ष क्रमांक में इसे फेंसिंग तार घेर कर रोकने का प्रयास किया जा रहा है | लेकिन हाथी उन फेंसिंग तार के आसपास पेड़ से तार को तोड़ कर बाहर निकल जा रहा है । बताया जा रहा है कि उच्चाधिकारियों को सूचना दे दी गई है और जल्द ही उसे बेहोश कर कॉलर पहनाया जाएगा ।
फोन नहीं उठाते रेंजर
धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज में हाथियों की मौजूदगी के कारण लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है और यहां पदस्थ वनकर्मी अपनी लापरवाही बरतने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं । यही कारण है कि छाल रेंजर के मोबाईल पर कॉल करने पर न रिसीव किया जाता है और कोई जानकारी हाथी संबंधी नहीं दिया जाता है । इससे लोगों का भी यह पता नहीं चल पाता है कि हाथी किस जंगल में विचरण कर रहे हैं ।
क्या कहते हैं डीएफओ
इस संबंध में धरमजयगढ़ वन मंडल के डीएफओ प्रणय मिश्रा का कहना था कि यह वही हाथी है, जिसने पिछले दिनों जनहानि की थी । हाथी के रवैय्ये की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। इसे बेहोश कर कॉलर पहनाया जाएगा। हाथी को धरमजयगढ़ वन मंडल से दूर ले जाने की भी कवायद की जाएगी ।