राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से राज्य सरकार ने जिलों में सक्रिय हिंदू संगठनों की थानेवार जानकारी मांगी हैं । ऐसी ही जानकारी 2015 में भाजपा की रमन सरकार ने भी मांगी थी । राज्य सरकार समय-समय पर पुलिस से इस तरह ही जानकारी एकत्रित करती रहती है ताकि राज्य में सक्रिय हिंदु संगठनों का डाटा उपलब्ध रहे । पुलिस मुख्यालय से 15 फरवरी को सभी 27 जिला पुलिस अधीक्षकों को इसका पत्र भेजा गया । पुलिस अधीक्षकों को इसका पत्र भेजा गया । पुलिस अधीक्षकों से प्राथमिकता के आधार पर इसकी जानकारी भेजने को कहा गया हैं । यह जानकारी हर जिले से थानेवार देनी होगी । प्रदेश में 500 से अधिक थाने हैं । इनमें सौ शहरी और शेष ग्रामीण है । सभी जिलों में पुलिस थानेवार यह जानकारी जुटाने में लग गई हैं ।
हिंदू संगठनों की जानकारी मंगवाने वाला पुलिस का वह पत्र गोपनीय था और सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है । इस पत्र के सार्वजनिक होते ही राजनीति शुरू हो गई है । भाजपा ने सरकार पर राज्य के शांत माहौल को जान बूझ कर गंदा और अशांत करने का आरोप लगाया है । वहीं, राज्य पुलिस और कांग्रेस इसे रूटीन प्रक्रिया बता रही है । दरअसल यह गोपनीय पत्र गरियाबंद जिले के मैनपुर थाने से लीक हुआ है । इस पत्र के बारे में गरियाबंद के एसपी एमआर आहिरे कह रहे यह एकदम सामान्य सी प्रक्रिया है । हमारा काम ही है कि हम सभी संगठनों की जानकारी रखें । उन्होंने कहा कि मैं यह पता लगवा रहा हूं कि ऐसा गोपनीय पत्र लीक कैसे हो गया ।
सभी राज्यों में होता यह
पुलिस अफसरों के अनुसार सभी राज्यों में बीच-बीच में हिंदू, मुस्लिम, छात्र, श्रमिक आदि सभी संगठनों की जानकारी एकत्र की जाती है। राज्य पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस शाखा इस संबंध में दिशा निर्देश जारी करती है।