छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने रिजर्व सीट के पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए है | इन सीटों पर काबिज मौजूदा सभी पांचो सांसदों की टिकट कांटकर नए चेहरों पर पार्टी ने भाग्य आजमाया है | हालांकि गुहाराम अजगले पहले भी सांसद रह चुके है | पार्टी ने दस साल बाद उन्हें दोबारा मौक़ा दिया है | राजनैतिक गलियारों में यह चर्चा जोरशोर से है कि नए चेहरे कितने दमदार साबित होंगे | बीजेपी का दावा है कि नए चेहरे को मैदान में उतारने से पार्टी सभी ग्यारह सीटों पर अपना दबदबा कायम रखेगी | वही दूसरी ओर पार्टी के कई नेता इसे आत्मघाती कदम बता रहे है | उनके मुताबिक एक तो बीजेपी ने राज्य में सैकेंड लाइन लीडरशिप पैदा ही नहीं होने दी | वही दूसरी ओर मेहनत करके जिन दस सांसदों ने जनता के बीच अपनी पैठ बनाई थी उसे एक झटके में कांटा जा रहा है | इस घड़े की यह भी दलील है कि नए चेहरों को मतदाताताओ तक पहुँचने का अब वक्त ही नहीं बचा है | ऐसे में उनकी दावेदारी सिर्फ औपचारिकता बनकर रह जाएगी | बीजेपी गलियारों से यह भी दलील सामने आ रही है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवारों के एलान के बाद अपने उम्मीदवार मैदान में उतार रही है | इससे साफ हो रहा है कि हम आक्रामक नहीं बल्कि सुरक्षात्मक रूप से चुनावी मैदान में उतर रहे है | जबकि अपने दमखम के चलते कांग्रेस के बजाए पहले हमारे उम्मीदवारों का एलान जरुरी था | बीजेपी का नए उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारना पार्टी के लिए तलवार की नोक पर चलने जैसा नजर आ रहा है |
लोकसभा की जारी सूची में छत्तीसगढ़ के सरगुजा से रेणुका सिंह, बस्तर से बैदूराम कश्यप, कांकेर से मोहन मंडावी, रायगढ़ से गोमती साय व जांजगीर से गुहाराम अजगले का नाम शामिल है । पांच में से दो महिलाओ को टिकट देकर पार्टी ने महिला उम्मीदवारों को भी तवज्जो दी है | महिला मोर्चा को उम्मीद है कि शेष छह सीटों में दो और सीटे महिलाओ के खाते में जाएगी | हालांकि यह तब साफ होगा जब चुनाव कमेटी उन महिला उम्मीदवारों पर अपनी मुहर लगाए | उम्मीद की जा रही है आने वाले दो दिन के भीतर पार्टी शेष उम्मीदवार का भी एलान कर देगी | उधर सभी पांचो उम्मीदवार ने अपने नाम के एलान के बाद प्रचार शुरू कर दिया है | वो कारकार्ताओ की बैठक लेकर चुनावी राजनीति पर विचार विमर्श कर रहे है |