छत्तीसगढ़ में आसमान से बरस रहे है आग के गोले , मुख्य मार्ग दिन में हो जाते है वीरान |

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 पहाड़ी इलाको में भी भीषण गर्मी ,बस्तर के चित्रकूट और तीरथगढ़ जल प्रपात में पानी का बहाव खत्म |  

       छत्तीसगढ़ में पारा 45.5  डिग्री तक पहुंच गया है ।  गर्मी और उमस ने लोगो की बेचैनी बढ़ा दी है |  लू के थपेड़ो से लोगो का बुरा हाल है | | मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले चौबीस घंटे में तापमान के और अधिक बढ़ने के आसार है | न्यूनतम तापमान भी 36 डिग्री के आस पास है | लिहाजा लोगो को ना तो रात में सुकून मिल पा रहा है और ना ही दिन में चैन | सुबह से लेकर शाम तक शहर की तमाम सड़के वीरान हो जाती  है । दिन भर गुलजार रहने वाले बाजारों में भी लोगो का टोटा है । वही लोग घर से बाहर निकल रहे है , जिन्हे कोई जरुरी  काम काज निपटाना हो । काम काजी लोग समय से पहले अपने दफ्तरों का रुख कर लेते है , और सूरज डूबने के बाद ही घर लौटना पसंद कर रहे है । 


यही हाल वन्य जीवो का है | 



भिलाई के मैत्री बाग़ और रायपुर के नंदनवन में शेर  और तेंदुए  समेत दूसरे वन्य जीवो को गर्मी से बचाने के लिए कड़ी मशक्क्त करनी पड़ रही है |   रायपुर के नंदन वन और भिलाई के मैत्री बाग़ में वन्य जीवो को ठंडा रखने और उन्हें गर्मी से राहत दिलाने के लिए पूरा महकमा जुटा है | उन्हें सुबह से लेकर शाम तक ठंडे पानी से नहलाया जा रहा है | ताकि उनके शरीर का तापमान नियंत्रित रहे है | शेर और तेंदुआ जैसे वन्य जीवो की तीमारदारी में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है | उन्हें नहलाने के साथ साथ ठंडा पानी भी पिलाया जा रहा है | गर्मी से वो बीमार ना पड़े इसके लिए पशु चिकित्सक चौबीसो घंटे उनकी निगरानी कर रहे है | गर्मी को देखते हुए इन वन्य जीवो का विशेष डाइट चार्ट तैयार किया गया है | उसी के अनुरूप उन्हें भोजन भी परोसा  जा रहा है | 

      रायपुर , भिलाई , दुर्ग , बिलासपुर , अंबिकापुर , कोरबा और रायगढ़ में पारा 44 डिग्री का आकड़ा पार कर चूका है | इन इलाको में गर्मी के चलते होने वाली बीमारियां जोरो पर है | गर्मी के सितम को देखते हुए तमाम सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में  छुट्टियां कर दी गयी है | लोग घरो से तभी निकल रहे है जब उन्हें कोई जरुरी काम हो |  सभी मुख्य मार्गो में दिन के समय लोगो की आवाजाही एक दम घट गयी है | दिन के समय वीरानी छा जाने से लोग त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे है | जो लोग अपने घरो से बाहर होते है, वे शिकंजी , लस्सी और ऐसे ही देसी नुस्खों से शरीर के  तापमान को नियंत्रित करने और गर्मी से  बचने की जुगत लगा रहे है |    एक नजर छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों के तापमान पर :-  रायपुर – 44.6 , बिलासपुर – 44.8 , दुर्ग –  43.2, अंबिकापुर – 43 , रायगढ़ – 44.7 , राजनांदगांव – 43.3  , धमतरी – 43.8   
    गर्मी का प्रचंड रूप  


    गर्मी का प्रचंड रूप


     
  गर्मी का प्रचंड रूप  छत्तीसगढ़ के पहाड़ी इलाको से लेकर मैदानी इलाको में दिख रहा है | छत्तीसगढ़ का तिब्बत कहे जाने वाले मैनपाट में दिन का तापमान 42.4 तक जा पंहुचा है | जबकि न्यूनतम तापमान 37 डिग्री पर टिका है | आमतौर पर मैनपाट में इतनी गर्मी नहीं पड़ती | लेकिन इस बार गर्मी ने अपने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए है | बस्तर में भी गर्मी का सितम देखने को मिल रहा है | यहाँ का पहाड़ी इलाका शाम ढलते ही ठंडा हो जाता था | यहाँ तक की मैदानी इलाको की तुलना में यहाँ का तापमान दो से चार डिग्री तक कम होता था | लेकिन इस बार गर्मी ने यहाँ के आदिवासियों की नींद उड़ाई हुई है | बस्तर में दिन का तापमान 43.2 तक पहुंच गया है | यहाँ के तीरथगढ़ और चित्रकूट स्थित जल प्रपात में पानी की मात्रा बेहद कम हो गयी है | बताया जाता है कि इंद्रावती नदी में जल स्तर बेहद कम हो जाने और कई इलाको में नदी का पानी सूख जाने से जल प्रपात में पानी का बहाव बंद हो गया है |