
उपेंद्र डनसेना
रायगढ़। विकासखण्ड रायगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम देलारी में संचालित गुरू श्री इंडस्ट्रीज के प्रदूषित धुंए, केमिकल डस्ट और कंपनी से निकलने वाले दुर्गध से देलारी सहित आसपास गांव के ग्रामीणों का जीना दुभर हो गया है । गजब की बात तो यह है कि पर्यावरण विभाग द्वारा तीन माह पूर्व फैक्ट्री को बंद करने का आदेश जारी होनें के बावजूद यह फैक्ट्री बेधडक़ चल रही है और प्रभावित ग्रामीणों के बार-बार शिकायत के बावजूद कंपनी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नही हो सकी है । आज फिर कई गांव से इकट्ठा हुए सैकड़ो ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर तीसरी बार उक्ताशय का ज्ञापन सौंपकर संबंधित फैक्ट्री को तत्काल प्रभाव से बंद कराने कलेक्टर से गुहार लगाई । प्रभावित ग्रामीणों ने कार्रवाई न होनें की स्थिति में कंपनी के बाहर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है ।
जिलाधीश के नाम सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है जनपद पंचायत रायगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम देलारी में वर्ष 2012 में गुरूश्री इंडस्ट्रीज नाम की कंपनी स्थापित की गई थी | जहां वैनेडियम, पेंटो आक्साइड, अमोनियम मेटा बेनेडियम, फेरो एलाएज, एलुमिनियम एगर्ड सहित सभी प्रकार के फेरो एलाएज से संबंधित केमिकल बनाए जाते हैं । इस केमिकल फैक्ट्री के कारण कंपनी की चिमनियों से घातक धुंआ निकलता है, जो ग्रामीणों की सांसो में धुलकर बीमारी परोस रहा है । फैक्ट्री से निकलने वाले तेज दुर्गंध के कारण ग्रामीणों का घरों में रहना दुष्वार हो गया है। यही नही फैक्ट्री से बाहर छोड़े जाने वाले केमिकलयुक्त विषाक्त पानी से पेड़ पौधे भी मरने लगे हैं। ग्रामीणों के द्वारा इस मामले की बार-बार मौखिक तथा लिखित शिकायत होनें के बावजूद अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नही हो सकी है। यहां तक कि पर्यावरण संरक्षण मंडल क्षेत्रीय कार्यालय रायगढ़ के द्वारा गत 12 जून को फैक्ट्री बंद करने का आदेश जारी होनें के बावजूद यह फैक्ट्री निरंतर केमिकल बना रही है और पर्यावरण विभाग ने कभी यह जानने की कोशिश नही की कि उनके आदेश का पालन हुआ भी है या नही ।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पूर्व में की गई उनकी शिकायतों पर पर्यावरण विभाग की ओर से जांच कराई गई थी । लेकिन जांच प्रतिवेदन में सही तथ्यों का उल्लेख नही किया गया तथा इस बात की भी जांच नही की गई कि वास्तव में फैक्ट्री में विद्युत कनेक्शन आदेश के बावजूद कटा है या नही । ग्रामीणों का यह भी कहना था कि फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा ग्राम पंचायत देलारी की ओर से पारित प्रस्ताव की प्रतिलिपी जो 13 मार्च 2012 को कथित रूप से जारी की गई थी । पर्यावरण विभाग में जमा कराई गई है, जो पूरी तरह से फर्जी है । पंचायत सचिव ने स्वयं पंचायत भवन में लिख कर दिया है कि इस किस्म के किसी प्रस्ताव का रिकार्ड कार्रवाई रजिस्टर में दर्ज नही है । इन्हीं बिंदुओं को लेकर गत 24 अगस्त को ग्राम देलारी में ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जहां सर्व सम्मति से क्षेत्र के ग्रामीणों के व्यापक हित में गुरूश्री इंडस्ट्रीज को तत्काल बंद कराने का प्रस्ताव पारित किया गया ।
इन ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन के द्वारा सौंपे गए फर्जी प्रस्ताव की भी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है तथा तत्काल प्रभाव से उक्त फैक्ट्री को बंद करने का आदेश जारी नही होनें की स्थिति में आगामी 27 सितंबर को फैक्ट्री के खिलाफ धरना प्रदर्शन और काम रोको आंदोलन की चेतावनी भी दी है । सौंपे गए ज्ञापन में देलारी की उप सरपंच लीलावती, पंचगण रोहित प्रधान, गंगा सिदार सहित सीताराम गुप्ता, छविलाल भोय, प्रकाश गुप्ता, माथु गुप्ता, हरिप्रसाद, गौतम भोय सहित शताधिक ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं ।