उपेन्द्र डनसेना ।
रायगढ़। अपने किरायेदार को वाहन खरीदवाने के बाद संबंधित वाहन को खुद के ट्रांसपोटिंग व्यवसाय में चलवाने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़त व्यक्ति ने इसकी लिखित शिकायत कोतरा रोड़ थाने में करते हुए ठगी के आरोपी के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की है।
पीडि़त ने अपने शिकायत में बताया है कि वह जीवनाथ मिश्रा के घर में अपने परिवार के साथ उनके मकान विजयनगर किरोड़ीमल नगर कोकड़ीतराई वार्ड नं. 06 में किरायेदार के रूप में रहता है। इसी दरम्यान 22 मार्च को जीवनाथ से पीडि़त संतु सिंह ने जमीन खरीदने की चर्चा की। इस दौरान जीवनाथ ने पीडि़त को अपनी चिकनी चुपडी में बातों में फंसाते हुए जमीन मकान आदि का लफडा मत पालों कहकर व्यवसाय करने के लिए ट्रेलर फायनेंस करवाकर खुद के ट्रांसपोर्ट में चलवाने की बात कही। इस तरह से उसने संतु सिंह को उसकी पत्नी पूजा के नाम से वाहन खरीदवाने हेतु सहमत कर लिया। जिसके बाद पत्नी पूजा के नाम से 28 मार्च को पंजाब नेशनल बैंक में खाता खुलवाकर वाहन हेतु लोन फायनेंस करवाया गया। वाहन के हार्स (मुन्डी) हेतु 22 लाख 80 हजार 938 रूपए एवं ट्राला के लिए 3 लाख 50 हजार रूपए का लोन स्वीकृत हुआ। लेकिन पूजा के खाते 3 लाख 48 हजार 350 रूपए एनईएफटी से आया। गाडी के इंश्योरेंस कराने के लिए 63010 रूपए मात्र का चेक 07 अपै्रल को संतु सिंह द्वारा दिया गया।
विदित रहे कि उक्त वाहन को पीडि़त की पत्नी पूजा देवी के नाम से लिया गया है और वाहन के समस्त दस्तावेज में उनका ही नाम है मगर आज तक उनको गाडी का एक भी कागजात नही मिल सका। पीडि़त व्यक्ति संतु सिंह ने अपने शिकायत पत्र में यह भी कहा है कि अलग-अलग तरीख में अलग-अलग कार्यो के लिए जीवनाथ ने उनसे 8 लाख 43 हजार 10 रूपए आहरित कर लिए। उपरोक्त राशि का भुगतान करने के बावजूद भी अभी तक गाडी जीवनाथ के कार्यालय में खडी है। जीवनाथ के द्वारा न तो गाडी चलावाया जा रहा है और न ही गाडी को पीडि़त की पत्नी पूजा को हैंडओवर किया जा रहा है। इस संबंध में उसके द्वारा जीवनाथ से बात करने पर कहा गया कि मेरा पैसा जो अपने वाहन हेतु लगा है, उसका पहले हिसाब चुकता करो, फिर गाड़ी चलवाने या गाड़ी लेने की बात करना, कहकर गाली गलौज करते हुए झगडा किया जा रहा है । साथ ही जो करना है कर लो कहकर धमकी दी जा रही है। इसके बाद पीडि़त 13 जून को कुछ प्रतिष्ठित व्यक्ति एवं परिवार के लोगों को लेकर उनके कार्यालय पहुंचा। जहां श्रीपथ मिश्रा जो कि जीवनाथ का छोटा पुत्र है, रौशन जो कि जीवनाथ के साले का लड़का है उनके द्वारा बत्तमीजी की गई और वाहन को हाथ मत लगाना , नही तो हाथ काट देंगे कहकर धमकी दी गई। संतु सिंह द्वारा उनको कई बार समझाने की कोशिश की गई मगर आरोपी ने उनकी कोई बात नही सुने उल्टे ही गाली-गलौज करते हुए भयभीत करते रहे। इतना ही नही उल्टे ही पीडि़त के खिलाफ थाने में झूठी शिकायत दर्ज करवा दी गई। कोतरा रोड थाने में किए गए शिकायत पत्र में पीडि़त ने कहा है कि वह एक मध्यवर्गीय परिवार से है, तथा वह प्लांट में ठेकेदार के अंदर कार्य करता है। उसके साथ हुई इस ठगी से पूरा परिवार काफी परेशान है। अत: इस मामले में सूक्ष्यमता से जांच करवाकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।