
गेंदालाल शुक्ला
कोरबा। कलेक्टर किरण कौशल के निर्देशों को सरकारी डॉक्टर गंभीरता से नहीं लेता | यह बात हम नहीं कह रहे है ,यह बात खुद कलेक्टर किरण कॉधल ने की है | दरअसल , उन्होंने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया | निरिक्षण के दौरान एक-दो विभाग को छोड़ सभी विभाग के ओपीडी से सीनियर डॉक्टर गायब मिले | इस पर वे खासी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. अरूण तिवारी को अनुपस्थित डॉक्टरों का एक दिन का वेतन काटने के सख्त निर्देश दिए ।
कलक्टर किरण कौशल लाईफ लाईन एक्सप्रेस के ऑपरेशन थियेटरों में हुये मोर्तियाबिंद के ऑपरेशनों वाले मरीजों से मिलने पहुॅची थी । अस्पताल के ओपीडी विभाग में मरीजों की लंबी लाईन देखकर वे वहॉं पहुॅंची और मरीजों से बात की । मरीजों ने बताया कि लगभग दो-तीन घण्टों से वे ईलाज के लिये डॉक्टरों के इन्तजार में बैठे है । इस पर कलेक्टर नाराज हुई और सिविल सर्जन को व्यवस्थायें सुधारने के निर्देश दिये । उन्होंने लगातार निर्देशों के बाद भी व्यवस्थायें नहीं सुधरने पर स्वास्थ्य सचिव को शिकायती पत्र लिखने की भी चेतावनी सिविल सर्जन को दी । अस्पताल में कलेक्टर ने निर्देशों के बाद भी अब तक मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री और उनके ऑनलाईन ईलाज का विवरण दर्ज करने की व्यवस्था नहीं होने पर भी अस्पताल कन्सलटेंट के प्रति नाराजगी जताई और आगामी पंद्रह दिनों में सभी ओपीडी में आने वाले मरीजों का विवरण, ईलाज और दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी कम्प्यूटरीकृत करने के निर्देश दिये । कलेक्टर किरण कौशल ने दवाओं के वितरण की व्यवस्था भी अस्पताल में देखी । उन्होने सिविल सर्जन को मौसम परिवर्तन पर होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिये उचित व्यवस्थायें करने के निर्देश दिये ।