नईम खान /
मुंगेली / छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को उस समय शर्मिंदगी उठानी पड़ी जब बगैर हेलमेट पहने स्कूटी सवार के वाहन में बैठकर उन्होंने सफर किया | राज्य के मुंगेली जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का हालचाल जानने और सरकारी बैठकों में शामिल होने के लिए ‘मंत्री’ जी हेलीकाप्टर से पहुंचे थे | हेलीपेड में उतरने के बाद वो सरकारी कार में सवार ना होकर ,एक कार्यकर्ता की स्कूटी में जा बैठे | उधर अपनी कांग्रेस सरकार का दमखम भरने वाला यह कार्यकर्ता भी यातायात के तमाम नियमों को ‘धत्ता’ बताते हुए हेलीपैड पर पहुंचा था | चंद पलों में ही बगैर हेलमेट लगाए स्कूटी सवार और उसके पीछे बैठे मंत्री जी भी बगैर हेलमेट के अपने अगले पड़ाव के लिए निकल पड़े | हेलीपेड से लेकर स्थानीय सर्किटहाउस तक स्कूटी सवार दोनों महानुभव को देखकर लोगों को हैरानी हुई |

मंत्री जी के काफिले में कई और कांग्रेसी कार्यकता भी मौजद थे | उन्होंने भी ना तो ‘हेलमेट’ लगाई थी , और ना ही हर किसी के पास वाहनों के जरूरी ‘दस्तावेज’ थे | बावजूद इसके मंत्री जी की सुरक्षा में लगे यातायात और पुलिस के कर्मियों ने उन्हें बा-ईजत सर्किट हाउस पहुंचाया | यातयात के नियमों की धज्जीयां उड़ाते हुए ‘मंत्री’ जी के काफिले को जिसने भी देखा उसने उसकी निंदा की | मंत्री जी के काफिले के आलावा स्थानीय पुलिस और यातायात कर्मियों को कोसने वालों की कोई कमी ना थी | इस घटना के बीत जाने के बाद स्थानीय पत्रकार ने जब मंत्री जी और उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से यातायात निमयों की धज्जियां उड़ाने पर सावल किया तब , उन्हें अपनी भूल का एहसास हुआ | हालांकि फौरन सजगता दिखाते हुए मंत्री जी ने स्कूटी सवार कांग्रेसी कार्यकर्ता देवेंद्र वैष्णव को बगैर हेलमेट का चालान रूपये पांच सौ अदा करने के निर्देश दिए | जुर्माने की राशि अदा करने के बाद मंत्री जी और कांग्रेसी कार्यकर्ता ने राहत की साँस ली |
