दंतेवाड़ा / छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बारसूर से लगे मुचनार गांव में एक अनूठी शादी हुई। इस शादी में एक ही मंडप में दूल्हे ने दो दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए | इसमें हैरानी की बात तो ये है कि दोनों महिलाओं को इस शादी से कोई एतराज भी नहीं है | दोनों ने एक ही युवक को अपना पति स्वीकार कर लिया है | पूरे रीति रिवाज और बस्तर के परंपरागत तरीके से इनकी शादी हुई |
मिली जानकारी के मुताबिक इसी इलाके के रहने वाले वाले बीरबल और सुमनी एक दूसरे को काफी समय से पसंद करते थे | फिर दोनों आपसी रजामंदी से एक साथ रहने लगे | कुछ दिनों बाद दोनों में अनबन हुई और सुमनी अपने मायके चल गई. बीरबल ने उसे काफी मनाने की कोशिश लेकिन वो दोबारा नहीं लौटी | दो साल बाद जब सुमनी वापस नहीं लौटी तो बीरबल ने दूसरी शादी का मन बना लिया | बीरबल ने बारसूर चालकी पारा की प्रतिभा को साथ रहने के लिए राजी कर लिया। कुछ समय बाद दोनों शादी की तैयारी करने लगे। तभी सुमनी लौट आई और बीरबल के साथ रहने की इच्छा जताई। मामला थाने पहुंचा। यहां युवतियों ने एक ही पति को अपनाने की रजामंदी दी। समाज के प्रमुख भी तैयार हो गए। बीरबल के पिता चन्नी राम कहते हैं कि घर में सुख शांति रहे, इससे अच्छा क्या हो सकता है।