सूरज सिंह /
बेमेतरा | पत्नी को नदी पार कराने दूसरे किनारे में पड़ी नाव को लाने शिवनाथ नदी में तैर कर जा रहे पति को हिमाकत मंहगी पड़ गयी और बीच मझधार में डूबने से मौत हो गई । पूरा वाकया पत्नी किनारे खड़े खड़े देखते ही रह गयी ।
दरअसल पूरा मामला सिमगा से सटे शिवनाथ नदीं के किनारे देवरी एवं पेंड्री घाट का है । ग्राम पेंड्री का निवासी 57 वर्षीय रेवाराम साहू अपनी पत्नी मोतिन बाई के साथ दो दिन पूर्व पारिवारिक कार्य से अपने ससुराल देवरी गया था । बीते दिवस की दोपहर लगभग 2 बजे दोनों वापस अपने गांव पेंड्री के लिए निकले । नदी के पास पहुंचने पर देखा कि वहां पर कोई भी नाविक नहीं है । डोंगी (नाव) नदी के दूसरे किनारे पर है । तभी रेवाराम ने अपनी पत्नी मोतिन बाई से कहा कि तुम यहीं रुको, मैं तैरकर डोंगी लेकर आता हूं । फिर दोनों नदी पार करेंगे । इसके बाद रेवाराम नदी पार करने लगा, नदी के बीच में पहुंचने पर तेज हवा चलने से लहरे उठने लगी और रेवाराम थक गया । इस दौरान उसकी सांस फूलने लगा । वह तैर नहीं पा रहा था । इसके बाद वह गहराई में समा गया । दूसरे छोर पर खड़ी उसकी पत्नी असहाय देखते रह गई ।
रेवाराम की पत्नी मोतिन बाई ने अपने पति तो डूबते देख बचाने के लिए जोर-जोर चिल्लाई । इस पर पेंड्री का एक नाविक मौके पर पहुंचा और उसे ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मिला । जिसके बाद परिजन को सूचना दी गई । गांव के गोताखोर के सहयोग से मृतक की शव की तलाश किया गया । पुलिस को भी जानकारी दी गई, जिसके बाद जिला आपदा प्रबंधन की टीम भी पहुंची और देर शाम तक तलाश जारी रही वही आज सुबह मृतक की शव को ढूंढ लिया गया । और पुलिस ने पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।